"सच कहना"क्या तुम्हें पता है कि तुम मेरे ख्यालों में हर रोज आती हो...
जब भी मै रोता हूं बारिश आ जाती है।।
मै कोशिश करता तुम्हारे तरफ कदम बढ़ाने की..
पर हवा चलती है.. और मेरे रास्ते बदल जाते हैं।।-
चुटकी भर की खुशी मांगने आया हूं...
तेरे सजदे में अपना सर झुकाया हूं।।।
एक उम्मीद फ़िर से लेकर आया हूं...
है मुझे खुशी इस बात की, तुझे मै हस्ते हुए उसी तरह पाया हूं....
तू मुझे न भूल सका "ये मेरी मेरी प्यार की निशानी है"
कट जाएंगे ये दिन भी प्यार की...
क्योंकि ये तेरी और मेरी कहानी है।।।।-
तुम बहुत दिनों बाद मेरे गांव में आयी हो...
मेरे द्वारा
लगाए गए गुलाब के फूल खुशी से पागल है आज!!!-
तुम्हारे मोहल्ले की मिट्टी लगी है
पैरों को......
हमारे मोहल्ले के रास्ते खुशी से
पागल है आज...!!!!!-
चंद चुस्कियों में जिंदगी जीनी है.....
बस एक दफा सिर्फ तेरी झुठी चाय पीनी है...-
ये मेरी मोहब्बत की खुशबू है ?
या फ़िर गुलाब हो गए हो तुम..!!
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पूछ बैठे वो कनखियों से इश्क़ ज्यादा पसंद है या चाय...
बाहों में भर कर हमने फिर बताया इश्क़ के हाथों चाय....!!!-
ये जनवरी भी लिख देगी सिसकियां मेरे हिस्से में...
मेरे यार दिसंबर मुझे भी अपने साथ ले चल...!!!-
तेरे अलावा कोई फ्लेवर अच्छा नहीं लगता...
तू मेरे बचपन की favourite चॉकलेट जैसी है...!!
😘😘 Enjoy last day of the year 😘😘-
तुम कमरे में लगी रूम हीटर
जैसी....
मै किसी चौक पर जला अलाव प्रिये...!!!-