Kitni muddato k baad hame ishq mukammal hua tha
Thukraya bhi to kisi apne ne-
मै अक्सर ' ख़्वाब ' के दरिया में बहता हूं।
Strictly I'm t... read more
तमाम रात नहाया था शहर बारिश में
वो रंग उतर ही गए जो उतरने वाले थे-
इस दुनियां के भीड़ में हम भी अब अकेले हैं।
ये जिंदगी कल तक हसीन थी मगर अब तो गमों ने घेरे है।
कई दिने यू विरानी में बीत गई हर रात अब सायों ने घेरे है।
अब बेसबर यूं रुख बदल रखा है हमने अल्फाज में भी आंसू मेरे है।
बीत रही है जिदंगी दर बदर इस दुनिया के भीड़ में हम भी अब अकेले हैं।-
Kabhi fursat me dil ko sukun dena tum,
Aksar hosh me ham bimar hi rhte h !-
के ख्वाब, कलम,कागज की एक कहानी है।
के इश्क महफिल में महज एक तमाशा रह गया।-
अब सुबह की तलब सी होती हैं।
रातें तो करवटों में बीत जाती हैं।— % &-
के उन्हें हम कभी ,
महसूस ही न हुए।
के शायद उन्हें मेरे साथ,
सिर्फ वक्त बिताना था।— % &-
All those past things
are not to be forgetable😔
They're all a Black Mirror.
They shown what have you done.
They Realise you ever to your mistake.— % &-