उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत।
उठो, जागो, और ध्येय की प्राप्ति तक रूको मत।
ARISE! AWAKE! and Stop NOT until THE GOAL is Reached.
#स्वामी_विवेकानंद
ज़िंदगी एक सफ़र
शुभ् ओझा-
हर साल आता एक साल है
हर साल जाता एक साल हैं!
हम जलती हुए आग का वो धुंआ हैं
जिसे एक चिंगारी की तलाश हैं।।
#2022_वर्ष_आरंभ_की_शुभकामनाएं
ज़िंदगी एक सफ़र
-शुभ् ओझा-
आज खुशी का दिन हैं आया!
श्री गणेश ने कृपा कराया;
भांजी का शुभ् बरही आया!!😋
चिड़ियों ने अपना गीत सुनाया;🥰
फूलो-कलियों ने नृत्य दिखाया,🥰
#जय_श्री_गणेशाय_नमः
ज़िंदगी एक सफ़र
शुभ् ओझा
-
जो भरा नहीं कृषि भावों से, बहता उसमें वह भाव नहीं,
वह वक्तव्य नहीं वह व्यर्थ ही हैं जिसमें किसान की बात नहीं!!
ज़िंदगी एक सफ़र
शुभ् ओझा-
आप हमारे लिए बहुत कुछ थे;
पर अब जब आप नहीं
तो बहुत कुछ नहीं!!
#प्राण_प्रिय_बाबाजी
ज़िंदगी एक सफ़र
शुभ् ओझा-
हर दिन एक नहीं होते,
दिन-प्रतिदिन बदल ही जाते हैं;
ये बारिश बरखा और हवा,
क्षण् रूप-रंग दिखलाते हैं!
क्या जीव जंतु क्या नर नारी,
निज जीवन रंग बदलते हैं;
कुछ सम्यक् रूप दिखाते हैं,
कुछ रंग रूप में बह जाते हैं!
इस अद्भुत जीवन लीला में,
हमको क्या रूप दिखाना है;
कुछ कर्म यही कर जाना है,
कुछ सेवा भाव जगाना हैं!!
ज़िंदगी एक सफ़र
शुभ् ओझा-
इस प्रकृति में यदि कोई भी विषय वस्तु जो आपको शारीरिक, बौद्धिक या आध्यात्मिक रूप से कमजोर बनाती है या प्रयास करती हैं, उसकाे पूर्ण बुद्धिमता के साथ उससे उचित दूरी बना कर रखना चाहिए!!
ज़िंदगी एक सफ़र
शुभ् ओझा-