Shubham mishra   (Akalpit)
35 Followers · 22 Following

read more
Joined 6 July 2017


read more
Joined 6 July 2017
10 SEP 2021 AT 2:41

आज दिल को फ़िर से एक बेचैनी सी हुई,
याद आया कि आज तू फिर याद आया।।

-


27 MAY 2021 AT 3:33

एक रोज़ मैं बैठा कुछ सोच रहा था,
शून्य में छिपा अपना वजूद खोज रहा था,
लगा कि ज़िन्दगी में पाया क्या है?
जब दुख ही है आया तो गंवाया क्या है?

For full poem read caption👇

-


22 MAY 2021 AT 10:11

कौन सा पहली बार ज़माने में ये हुआ है,
मेरे हाथों से ऐसा कौन सा गुनाह हुआ है,
जो बूढ़ा ज़माना करता आया है,
उसका एक पल ही तो मैंने दिखाया है,

इश्क़ किया है कोई गुनाह तो नहीं,
कौन सा तुमने कभी नहीं किया है,
नहीं किया तो करके देखो,
ज़िन्दगी का अलग हिस्सा तुमने नहीं जिया है,

हां, मेरा तो मुकम्मल नहीं हुआ,
लेकिन डूब कर इसमें एक लम्हा जिया है,
रब करे, तुम्हे इश्क़ का मीठा घूंठ मिले,
कड़वा पीने वालों ने तो बस ज़हर ही पिया है।।

-


16 AUG 2020 AT 7:03

ये शाम ठहरती क्यों नहीं,
आगे अंधेरा है पर डरती क्यों नहीं,
बेचैन है क्या, ये किसी के प्यार में
या बस यूं ही मचल रही है किसी के इंतजार में।।


P.S- For full poem, see the caption below!!

-


26 JUL 2020 AT 23:45

It's quite troublesome that when you are looking for somebody to talk to, nobody is available. Either they are busy or they just pretend to be.

-


11 JUN 2020 AT 1:10

वो चाहत भी क्या ही चाहत थी,
जिसे वस्ल तक नसीब ना हुआ,
अहद रफ़ाक़त का सवाल था,
लेकिन जवाब में आश़्नाई ना थी।।

-


14 MAR 2020 AT 5:18

बचपन के बहुत से ख्वाब थे, अब याद नहीं
खुद से किया कुछ वादा था, याद नहीं
कहां रख दिया ख़ुशी का पिटारा, याद नहीं
दफ़न है दर्द भी कहीं, पर कहां, याद नहीं।।

-


13 MAR 2020 AT 5:11

इस बात पे घमंड दिखाते हैं,
उस बात पे आप उफ़नाते हैं,
लेकिन जिस सोच से ये सब करते,
उस सोच को हम दफ़नाते हैं।।

-


18 JAN 2020 AT 1:15

Everybody is dealing with bigger problems in life and here I am feeling stressed without knowing why I am stressed.

-


30 DEC 2019 AT 0:59

कर चला भरम अपने दूर खुदसे,
ये काफिला जिंदगी का जीने के लिए,
क्या सच का है कायदा,
क्या झूठ की है बंदिशें,
ना जाना मैंने ना समझा तूने,
फिर भी कभी लगे ग़र तनहा सफर में,
जी लेना एक बार फिर
खुद को तू, दरिया समझ के।।

-


Fetching Shubham mishra Quotes