एक बात पूछना चाहता हूँ
कुछ सवाल है उनका जवाब जानना चाहता हूँ
तुमसे दो मिनट बातें करना चाहता हूँ
साथ बैठकर कुछ लम्हे बाटना चाहता हूँ
तुम्हारी उन आँखों में फिर खोना चाहता हूँ
उन होटों पे वो मुस्कराहट देखना चाहता हूँ
साथ बैठकर तुम्हारे सफर तय करना चाहता हूँ
हाथ पकड़ के तुम्हारा नदी के किनारे चलना चाहता हूँ
उन आँखों में अपने लिए वही प्यार देखना चाहता हूँ
जो भरोसा खोया है तुम्हारा, उसे फिर से पाना चाहता हूँ
बहोत रो लिया रातों को अब, तुम्हारे साथ ख़ुशी के पल बिताना चाहता हूँ
बस अब फासलों के नहीं, तुम्हारे करीब आना चाहता हूँ
दर्द से रिश्ता तोड़ तुमसे यारी लगाना चाहता हूँ
अगर मंज़ूर हो तुम्हे ............
तो तुम्हारी ज़िन्दगी का एक छोटा सा हिस्सा बनना चाहता हूँ
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