अकेले हम बूँद हैं मिल जाएं तो सागर हैं
अकेले हम धागा हैं मिल जाएं तो चादर हैं
अकेले हम कागज हैं मिल जाए तो किताब हैं।-
Shubham
(Shubham)
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Be genuine it's that simple.
Joined 5 November 2017
3 JAN 2018 AT 9:59
29 FEB 2020 AT 0:15
सांवली सी रात हो...
खामोशी का
साथ हो,
बिन कहे, बिन सुने..बात हो..
ऐसी तेरी मेरी रात हो !-