जब सहन करने बाला अत्याचार सहकर भी मुस्कुरा रहा है, तो उसका बदला स्वयं भगवान लेते है !!
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कुछ सितारें , एक चाँद
शराब कलम और मैं 💔🥃✍️
जब सहन करने बाला अत्याचार सहकर भी मुस्कुरा रहा है, तो उसका बदला स्वयं भगवान लेते है !!
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जाने कौन रह गया,
भीगने से "शहर" में।
जिसके लिए लौटती है,
रह रह कर बारिश फिर से।।।
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मित्रता की सच्ची परीक्षा संकट में नहीं उत्कर्ष में होती है ।
जो मित्र के उत्कर्ष को बर्दाश्त कर सके ,वही सच्चा मित्र है.!!
समस्त मित्रो को दिल से मित्रता दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं...❤️🙏-
कत्लखाने कृषि प्रधान देश के लिये कलंक है ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी मुनिराज🙌-
वो जो घर की रज़ाई बचपन मे भारी लगती थी,
अब बहुत कम ही मिलती है ओढ़ने को..!😢-