“ताउम्र मैं तुम्हारा हो गया,
जब से मैंने खुद को तुम्हारी मांग में देखा ।”-
कितना जी लिया, कितना बाक़ी है,
मुझको यही हिसाब ले बैठा ।
अच्छा होता चिंता ना करता,
मुझको तेरा ख़याल ले बैठा ।-
तुम UPSC में आने वाली Current Affairs का सवाल,
मैं शाम तक पुराना हो जाने वाला अख़बार प्रिये ।-
जितने पुण्य जीवन में, सब राम तो कभी कृष्ण लीला,
गौरव शुभ मार्ग उतना ही, जितना यत्र-तत्र-सर्वत्र मिला ।-
“ख़ुशनुमा रातों में आज पैग़ाम आया है ,
एक टुकड़ा मेरे इश्क़ का, तेरे भी अंदर छाया है ।”-
Kuch cheeze humaare kismat m nahi hoti, humdono ka ek hona nahi tha ! Magar iska ye matlb nahi hota ki hum uss insaan ko ekdm k liye bhool jaaye jiske saath humne apne zindagi ka sabse achha lamha bitaaya ho ! Maana ki iss rishte ka koi naam nahi hoga, magar kuch rishte benaam k v sachhe hote hain !
-
काफी दिनों बाद पुरानी डायरी खुली थी,
बहुत लम्बे अरसे बाद कुछ महसूस हुआ था ।
जब आख़िरी पन्ना खोला
तो उसमें कुछ यूँ लिखा पाया -
“तुम साथ थे जब...
तो किस्मत नही थी...
पर खुशी थी की सब था ।”-
“हमें भी आज ही रचना था अपना नाम उसके संग का ,
उसे भी आज ही मंगलसूत्र और सिंदूर लगा जाने थे ।”-