एक आह..... किसी को आहत कर, राहत पाने की चाहतकभी पूरी नहीं होती। -
एक आह..... किसी को आहत कर, राहत पाने की चाहतकभी पूरी नहीं होती।
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खुल जाते हैं रात के आगे, ख़्वाब सारे दबे हुएदिन के उजाले मे, ख़्वाब रहते है सहमे सेजिमेदरियो के बोझ तले, ये रहते है वेहरे सेये रात ही तो हैं, जो किमत नहीं मांगतीकिसी ख़्वाब को अपना कहने से....! -
खुल जाते हैं रात के आगे, ख़्वाब सारे दबे हुएदिन के उजाले मे, ख़्वाब रहते है सहमे सेजिमेदरियो के बोझ तले, ये रहते है वेहरे सेये रात ही तो हैं, जो किमत नहीं मांगतीकिसी ख़्वाब को अपना कहने से....!
तेरे ना होने सेबस इतनी सी कमीं रहती हैंमैं लाख मुस्कराऊआँखों में नमी रहती हैं -
तेरे ना होने सेबस इतनी सी कमीं रहती हैंमैं लाख मुस्कराऊआँखों में नमी रहती हैं
वक्त के हांथों मजबूर थेये मलाल अब तक हैकुसूर-दास्तान क्या थाये सवाल अब तक हैं... -
वक्त के हांथों मजबूर थेये मलाल अब तक हैकुसूर-दास्तान क्या थाये सवाल अब तक हैं...
पराये को अपना बनानाआसान होता हैपर अपने को अपना बनाये रखनाबहुत मुश्किल हैं -
पराये को अपना बनानाआसान होता हैपर अपने को अपना बनाये रखनाबहुत मुश्किल हैं
काश यादें भी उनलोगों की तरह ही होतीजो जाने के बाद फ़िर आते ही नहीं -
काश यादें भी उनलोगों की तरह ही होतीजो जाने के बाद फ़िर आते ही नहीं
बड़े चुप चुप से हो,कोई बात हैं क्याबता नहीं सकते, कोई राज हैं क्या -
बड़े चुप चुप से हो,कोई बात हैं क्याबता नहीं सकते, कोई राज हैं क्या
जिनके लफ़्ज़ों में हमे अपना अक़्स मिलता है बड़े नसीबो से कोई ऎसा शख़्स मिलता है, -
जिनके लफ़्ज़ों में हमे अपना अक़्स मिलता है बड़े नसीबो से कोई ऎसा शख़्स मिलता है,
I planned something different -
I planned something different
बड़े मुश्किल से बने हैं टूट जाने के बादआज भी रो देते हैं मुस्कराने के बादखुदको जलाया हैं किसी को रोशन करने के लिए ताउम्र अब एक सवाल जहन मे रहेगाकैसे कोई सो सकता है इतना रुलाने के बाद -
बड़े मुश्किल से बने हैं टूट जाने के बादआज भी रो देते हैं मुस्कराने के बादखुदको जलाया हैं किसी को रोशन करने के लिए ताउम्र अब एक सवाल जहन मे रहेगाकैसे कोई सो सकता है इतना रुलाने के बाद