उसके होंठो में वो जाम हैवो एक शराब है..उसे इश्क कहूं या नसावो चढ़ता लाजवाब है.. -
उसके होंठो में वो जाम हैवो एक शराब है..उसे इश्क कहूं या नसावो चढ़ता लाजवाब है..
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अरे वो बहुत बेमिसाल हैउसे मैंने भी पढ़ा है...वो बहुत खूबसूरत किताब है! -
अरे वो बहुत बेमिसाल हैउसे मैंने भी पढ़ा है...वो बहुत खूबसूरत किताब है!
उसे किसी तालुक नाते में न जोड़िएवो जा रहा है दूर उसे और मत रोकिए -
उसे किसी तालुक नाते में न जोड़िएवो जा रहा है दूर उसे और मत रोकिए
नया शहर नई वादियों में जाना चाहता हूं मंजिलों को मुकाम तक ले आना चाहता हूंसपनो को पूरा करने का हुनर दिखाना चाहता हूंमैं सफर करके अपनी मंजिलों को पाना चाहता हूंघर से दूर घर की यादों में वक्त बिताना चाहता हूंघर वापस आंखो का तारा बन कर ही आना चाहता हूंमाना की अभी मंजिलों के सफर में हूं मगर.....मैं सबको कामयाबी का हुनर दिखाना चाहता हूं -
नया शहर नई वादियों में जाना चाहता हूं मंजिलों को मुकाम तक ले आना चाहता हूंसपनो को पूरा करने का हुनर दिखाना चाहता हूंमैं सफर करके अपनी मंजिलों को पाना चाहता हूंघर से दूर घर की यादों में वक्त बिताना चाहता हूंघर वापस आंखो का तारा बन कर ही आना चाहता हूंमाना की अभी मंजिलों के सफर में हूं मगर.....मैं सबको कामयाबी का हुनर दिखाना चाहता हूं
माना की राज राज है...हर बात बताई नही जाती!मगर ये जान लो जाना...हर बात छुपाई नही जाती!लाख कोशिशों के बाद भी...झूठी तालीम काम नही आती!सच को गवाही की जरूरत नही...और झूठ को गवाही देनी है पड जाती! -
माना की राज राज है...हर बात बताई नही जाती!मगर ये जान लो जाना...हर बात छुपाई नही जाती!लाख कोशिशों के बाद भी...झूठी तालीम काम नही आती!सच को गवाही की जरूरत नही...और झूठ को गवाही देनी है पड जाती!
तेरा दीदार हो जायेगा!आंखो को सुकून आयेगा! दिल में तेरे इल्म हो अगर!तू मेरे इश्क को समझ पाएगा! कलमा लिखूं या दुआएं कबूल करू..तू मेरा हो जाए ऐसी गुजारिश कहा करू.. -
तेरा दीदार हो जायेगा!आंखो को सुकून आयेगा! दिल में तेरे इल्म हो अगर!तू मेरे इश्क को समझ पाएगा! कलमा लिखूं या दुआएं कबूल करू..तू मेरा हो जाए ऐसी गुजारिश कहा करू..
तुमसे मिल कर जाना तुमको जाना थातब इस दिल का ना कोई ठिकाना था.. मोहब्बत करना ना दिल को गवारा थामैं परेशान और दिल भी बेसहारा था...तुम्हें देख मोहब्बत पे यकीन आया थादिल पागल और बेचैन हो आया था.. -
तुमसे मिल कर जाना तुमको जाना थातब इस दिल का ना कोई ठिकाना था.. मोहब्बत करना ना दिल को गवारा थामैं परेशान और दिल भी बेसहारा था...तुम्हें देख मोहब्बत पे यकीन आया थादिल पागल और बेचैन हो आया था..
कोई अपना हो आईने जैसा होजो हंसे भी साथ रोए भी साथ.. -
कोई अपना हो आईने जैसा होजो हंसे भी साथ रोए भी साथ..
दोस्ती✍️😊कुछ दोस्त दूर गए कुछ ने साथ छोड़ रखा है...मैने सबकी दोस्ती का सारा हिसाब रखा है...दोस्ती गहरी करने को हम भी कर ले यारो...दिखावे की दोस्ती हमसे निभाई नही जाती है..दोस्ती भी अब मतलब से ही निभाईं जाती हैऔर सच्ची दोस्ती कही दिखाई नही देती है..श्रुति -
दोस्ती✍️😊कुछ दोस्त दूर गए कुछ ने साथ छोड़ रखा है...मैने सबकी दोस्ती का सारा हिसाब रखा है...दोस्ती गहरी करने को हम भी कर ले यारो...दिखावे की दोस्ती हमसे निभाई नही जाती है..दोस्ती भी अब मतलब से ही निभाईं जाती हैऔर सच्ची दोस्ती कही दिखाई नही देती है..श्रुति
मंजिल तक जाना आसान कहा होता है....कुछ खो कर तब मंजिल को पाना होता हैमंजिल तक जाना अगर आसान ही होताफिर खो कर ही क्यों कुछ पाना होता है.... -
मंजिल तक जाना आसान कहा होता है....कुछ खो कर तब मंजिल को पाना होता हैमंजिल तक जाना अगर आसान ही होताफिर खो कर ही क्यों कुछ पाना होता है....