मैं ना जब किसी से attach हो जाती हू ना तो उसकी हर छोटी छोटी बाते भी notice करने लगती हू.. की वो मुझे कैसे treat करेंगे.. और फ़िर कभी जब वो अच्छे से behave नहीं करते ना तो बहुत sad हो जाती हू..
कुछ आश रह गई थीं कुछ बात रह गई थीं... फिर क्यों छोड़ आयी उस हाल में आपको जब हमारी अधूरी बात रह गई थीं... भेजा भी यू कसम देके आपने ना मिल पायी दुबारा ना सुन पायी आपको ये कमी हमेशा खलती है मुझको क्यों छोड़ के आ गई उस हाल में आपको...
हर साल नया आएगा और चला भी जाएगा साथ हमारे बस एक यादे छोड़ जाएगा.. छोड़ो ये रूठना और हर दिन मनाना ये बस हमे एक दूजे से दूर ले जाएगा.. खोल बाहें स्वागत और करो हर एक दिन का नया साल हमेशा आएगा और फ़िर भी चला भी जाएगा.!!