Do you know the word- "POSITIVITY"
● If you can't make people happy so just stay away from them for their better livelihood.
● Don't spread negativity among people by putting useless stuff on stories about COVID which leads many people to fearful state of mind.
● If you can help others by telling them about the medications or your kind of home remedies to cure the problem of COVID, then "Most Welcome", otherwise no rumors towards vaccines anymore.
● Don't step out from your homes and try to make the family feel safe and create healthy environment inside your homes.
● Many people daily lose their hopes only because of listening to these news and all...so why we are creating this kind of atmosphere around us?
why don't we help them to stay away before entering into the panic state by keeping smile on their face...-
मतलबी दुनिया के लोगों से अब मेरा वास्ता नहीं।
जिनसे मेरा वास्ता है, वो मतलबी दुनिया में शामिल नहीं।।
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ज़ुल्म किसी और का था तो जाने भी देते
क्यों ख़फ़ा कर चला अपने आप को तू किसी की जुदाई से ॥
दे डाली अपनी ही खुशियां किसी अंजान के हिस्से में
याद कर......
ये हंसी तेरी उधारी नहीं तूने खरीदी है अपनी ही कमाई से ॥
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तुम एक बार कह कर तो देखते
क्या पता मेरा दूर चले जाना, वक्त की एक साजिश थी।
टूट कर भी हम तुम्हे मना लेते फिरसे,
और तुम मान भी जाते, ये मेरी फरमाइश थी।
कुछ अच्छे के लिए मिला कर फिर से दूर कर दिया,
शायद कुछ ऐसी ही मेरे खुदा की ये ख्वाहिश थी।-
इस जा़लिम दुनिया में प्यार जिससे कर बैठे हो
जन्मों तक तुम्हारा नाम उसके साथ जुड़ जाता है !
पत्नी तो राधा भी नहीं थी
फिर भी क्यों कृष्ण का नाम उनके साथ लिया जाता है?-
I don't count the no. of lines
But in search to fulfill one's dreams in my lines-
कभी लबों पर तेरे कोई बात आए
तो खोल देना उस दिल की आवाज़ को!
ये दुनिया बहुत खुदगर्ज़ है साहब
यहाँ बिना बोले हमे पहचान लिया जाता है ॥
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क्या इन समुंदर की लहरों जितनी थी ये दास्ताँ?
जो दो पल में यूँ ही बिखर सी गईं॥
याद तो हम तुम्हें आज भी बहुत आते होंगे
पर हमारी किताबों से तुम्हारी यादें सिमट सी गईं॥-
पाया था तुझको उन सुनहरी मुलाकातों में
खो दिया फिर किसी दिन इन दर्द भरी रातों में
अफ़सोस तो था थोड़ा हमको भी तेरे जाने का
फिर याद आगए वो आँसू इन भीगी बरसातों में-
गलत न था वो जो गया है,
गलत न है वो जो जाएगा।
ये तो वक्त का खेल है बंदे,
वक्त आने पर तेरे साथ भी खेला जाएगा।
मिलेगा सबको अपने कर्मों के खातिर,
चिंता करने से तेरा एक और दिन व्यतीत हो जाएगा।
परिंदों से सीख ए-दोस्त,
ये दिन भी यूँ ही उड़ जाएगा॥-