शायराना मौसम है मगर शायर गुमसुम है,हालात मासूम हैं मगर आंखों में आंसू हैं.. -
शायराना मौसम है मगर शायर गुमसुम है,हालात मासूम हैं मगर आंखों में आंसू हैं..
-
अपने मिज़ाज का रंग हम कुछ इस तरह बनाकर चलते हैं,कि उल्फतों के बीच हम ख़ुद को मुसलसल संभाल कर चलते हैं.. -
अपने मिज़ाज का रंग हम कुछ इस तरह बनाकर चलते हैं,कि उल्फतों के बीच हम ख़ुद को मुसलसल संभाल कर चलते हैं..
बहरूपिया तो मैं भी हूं,फर्क सिर्फ़ इतना सा ही है कि हमारे नक़ाब अस्ली हैं और आपके नक़ली.. -
बहरूपिया तो मैं भी हूं,फर्क सिर्फ़ इतना सा ही है कि हमारे नक़ाब अस्ली हैं और आपके नक़ली..
तन्हाई से किसी शायर को क्यों घबराना, जब कलम ने है हर पल उसका हाथ थामा.. -
तन्हाई से किसी शायर को क्यों घबराना, जब कलम ने है हर पल उसका हाथ थामा..
परछाई महकने लगी, ज़िंदगी सवरने लगी.. -
परछाई महकने लगी, ज़िंदगी सवरने लगी..
चेहरा गुनगुना रहा है, शायद तुझसे कुछ कहना चाह रहा है.. -
चेहरा गुनगुना रहा है, शायद तुझसे कुछ कहना चाह रहा है..
खोए नहीं वो रास्ते, बस हम थोड़ा भटक सॆ गए.. -
खोए नहीं वो रास्ते, बस हम थोड़ा भटक सॆ गए..
महफ़िल-ए-इश्क़ में उनसे दीदार करने की कोशिश थी,उनसे बेहिसाब इश्क़ करने की जो मेरी ख्वाहिश थी.. -
महफ़िल-ए-इश्क़ में उनसे दीदार करने की कोशिश थी,उनसे बेहिसाब इश्क़ करने की जो मेरी ख्वाहिश थी..
There's a very thin line between 'A person You Like' and 'A Person You Love'. And in most of the cases, that line gets always disrespected. -
There's a very thin line between 'A person You Like' and 'A Person You Love'. And in most of the cases, that line gets always disrespected.
गुम से गए हैं अब वो दिन,जब ज़माने को हमारी मौजूदगी महसूस हुआ करती थी,अब तो आलम यूँ है कि,हमारे गुज़र जाने की ख़बर भी शायद ही उन तक पहुँचॆगी.. -
गुम से गए हैं अब वो दिन,जब ज़माने को हमारी मौजूदगी महसूस हुआ करती थी,अब तो आलम यूँ है कि,हमारे गुज़र जाने की ख़बर भी शायद ही उन तक पहुँचॆगी..