घूरने वाले नहीं समझते
प्रेम में प्रियतम को
निहारना पड़ता है,
संवारना पड़ता है,
प्रीत ऐसी लगानी पड़ती है,
कि नज़रों से नज़र
उतारनी पड़ती है!-
Shristy Shukla
(Paininpen)
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#loveyourselftodhighest
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देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि मे परमं सुखम,
रूपम देहि जयम देहि यशो... read more
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देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि मे परमं सुखम,
रूपम देहि जयम देहि यशो... read more
Joined 2 January 2020
47 MINUTES AGO
6 AUG AT 20:57
बहुत देर तक जताया गया
कि वो शेरनी है जंगल की,
मैं असहमत हुई तो
वो भौंकने लगी!-
5 AUG AT 22:32
किसी की याद में शामे गुजरने के लिए,
कलेजा चाहिए खुद को मारने के लिए,
कि घाट मौत के हर दिन उतरना पड़ता है,
ये इश्क़ दिल में उतारने के लिए!-
5 AUG AT 12:08
पांव जब लड़खड़ाए तो
हसते है लोग,
तेरे सिर पर कितना बोझ है
इसकी किसको पड़ी है!-
4 AUG AT 7:49
बक्शीश नहीं चाहिए होती महबूब से,
चंद मुलाकातों की,
अगर मोहब्बत है उसे भी तो,
हर लम्हा उसका सिर्फ मेरे नाम हो!-
2 AUG AT 21:46
गांव देखा ही नहीं है अभी तुमने
उसकी नजर से कभी,
उसके घर में घूंघट लिए जब चलती थी मैं,
वो मुझे चांद कहकर बुलाता था!-
1 AUG AT 19:49
पंखों को नोच कर सवाल करेंगे तुमसे लोग,
अब तुम पहले की तरह उड़ते क्यों नहीं!-