कभी तो तुम मेरे दिल की फ़रियाद सुनो, मेरे हमसफ़र बन ज़िन्दगी के ख़्वाब चुनो, ज़िन्दगी यूं ही गुज़र जायेगी लम्हा लम्हा, वक़्त बहुत कम है अपने मन की बात सुनो,
स्कूल की याद मत पूछो यार बताते लाज़ आवै, बीजगणित समझ में न आवै टीचर मुर्गा बनावै, जब आवै बीजगणित को घंटा मन से ये मनावैं, भगवान आज गुरु जी मेरे क्लास में ही न आवैं,
सुरमई जब शाम हुई तब तुम्हें मेरी याद आई, तुम दिन भर लेती रहीं अंगड़ाई तब नहीं याद आई, मेरी हर सांस तेरा ही नाम जपती है आए न तन्हाई, तेरे ही इंतज़ार में बैठे रहे वहीं जहां तू कल हो आई,
तुम्हें देखकर लगता है जैसे मेरा दिल हो गया बेकरार, मौसम है आशियाना आजा जी भर करूं तुझसे प्यार, तेरी मुस्कराहट देख चैन नहीं आए कैसे करूं इंतज़ार, वफ़ा हम निभायेंगे मेरी पाक मोहब्बत कर ले इकरार,