यूँ तो मुझे याद है सब कुछ बस हाल ना हमारा समझा जाता है पेन रहता है हमेशा जेब में दिया हुआ तुम्हारा मन लिखना सब कुछ चाहता है पर पन्ना कोरा रह जाता है -
यूँ तो मुझे याद है सब कुछ बस हाल ना हमारा समझा जाता है पेन रहता है हमेशा जेब में दिया हुआ तुम्हारा मन लिखना सब कुछ चाहता है पर पन्ना कोरा रह जाता है
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बातों से संबंध रहे ना ना दूर कही तक तुम से बात हो रहो जहाँ भी रहना है जिसके भी तुम साथ होप्रेम प्रसंग के झूठे पाश में तुम ने जिस को बांध लियाधोखे की प्रवृत्ति को जाने कैसे हमने सच मान लिया -
बातों से संबंध रहे ना ना दूर कही तक तुम से बात हो रहो जहाँ भी रहना है जिसके भी तुम साथ होप्रेम प्रसंग के झूठे पाश में तुम ने जिस को बांध लियाधोखे की प्रवृत्ति को जाने कैसे हमने सच मान लिया
बेजान पडे विरान पडे मे पहचान तुम संतुष्टि तृप्ति प्राप्ति की परिभाषा तुम -
बेजान पडे विरान पडे मे पहचान तुम संतुष्टि तृप्ति प्राप्ति की परिभाषा तुम
जला आए पुराना अखबार पुरानी खबर अब सुनते नहीं व्यस्त हो गया सारा जमाना पुराने दोस्त अब मिलते भी नहीं -
जला आए पुराना अखबार पुरानी खबर अब सुनते नहीं व्यस्त हो गया सारा जमाना पुराने दोस्त अब मिलते भी नहीं
एकमात्र शिकस्त हमनें पाई थी वो कालेज की लड़ाई थी अब शिकस्त रोज खाते हैं बस कान पकड और हाथ जोड़ मुस्कुराते है -
एकमात्र शिकस्त हमनें पाई थी वो कालेज की लड़ाई थी अब शिकस्त रोज खाते हैं बस कान पकड और हाथ जोड़ मुस्कुराते है
यूँ रहने को रहने दियातुम ने मना किया और न पढने दियाबिछ गयी धूल अब उस स्याही परतुम मिले मुस्कुराएं और जाहिर भी नहीं होने दिया -
यूँ रहने को रहने दियातुम ने मना किया और न पढने दियाबिछ गयी धूल अब उस स्याही परतुम मिले मुस्कुराएं और जाहिर भी नहीं होने दिया
हस रहे हैं आज वो मगररोना उनहे भी याद आऐगाकोना भी नसीब नहीं होगा उनकों जब नसीब में उनके रोना आऐगा -
हस रहे हैं आज वो मगररोना उनहे भी याद आऐगाकोना भी नसीब नहीं होगा उनकों जब नसीब में उनके रोना आऐगा
यूँ जो तुम मुस्कराए हुए लगते होअंदर से मायूस दिखाई पड़ते होकोई कहानी गढी है तुम्हारे दिल पर भी तुम भी वक्त के सताये लगते हो -
यूँ जो तुम मुस्कराए हुए लगते होअंदर से मायूस दिखाई पड़ते होकोई कहानी गढी है तुम्हारे दिल पर भी तुम भी वक्त के सताये लगते हो
ek taraikh yaad thi mujhe shayad kisi ka janamdin thaa har saal jlatey they voh Mombattiyajab maine zindgi ko bujhaya thaa -
ek taraikh yaad thi mujhe shayad kisi ka janamdin thaa har saal jlatey they voh Mombattiyajab maine zindgi ko bujhaya thaa
jakhmo ko kuretne se kuch nhi hoga shri jeena h toh marham bnana seekh -
jakhmo ko kuretne se kuch nhi hoga shri jeena h toh marham bnana seekh