25 OCT 2017 AT 18:59

मिला जो दर्द
तेरी जुदाई से
उसे हम कहाँ
गम कहते हैं
गिरा दे शाख से
जो यार को
उसे यारों कहाँ
दम कहते हैं
तूने तो वही किया
जो तेरी फ़ितरत में था
तुम्हें हम कभी कहाँ
बेरहम कहते हैं

- कृष्णार्थ