आदमी के वहशीपन की खबरें , मेरा बालमन रोज़ पड़ा करता था ।क्या कुछ और वह करता ,भीतर के ज्वार को कागज़ पर उतारा करता था... -
आदमी के वहशीपन की खबरें , मेरा बालमन रोज़ पड़ा करता था ।क्या कुछ और वह करता ,भीतर के ज्वार को कागज़ पर उतारा करता था...
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तेरे सहारेसर्द-गर्म मौसम जीवन के ,सब हँस कर सह जाऊंगा ।तेरे सहारेजी भर कर जी कर में,जीवन को सार्थक कर जाऊंगा । -
तेरे सहारेसर्द-गर्म मौसम जीवन के ,सब हँस कर सह जाऊंगा ।तेरे सहारेजी भर कर जी कर में,जीवन को सार्थक कर जाऊंगा ।
पहले ऐसा कभी हुआ नहीं ,बदन बारिश में भीगता रहे ,और मन सुखा सूखा ही रहे... -
पहले ऐसा कभी हुआ नहीं ,बदन बारिश में भीगता रहे ,और मन सुखा सूखा ही रहे...
अगर में कोई गुनाह कर रहा तो मुझे जल्द सजा दे मौला,या फिर देर लगा कर हम दोंनो की तकलीफ़े और बढ़ा दे मौला... -
अगर में कोई गुनाह कर रहा तो मुझे जल्द सजा दे मौला,या फिर देर लगा कर हम दोंनो की तकलीफ़े और बढ़ा दे मौला...
मैंने किसी से कर्ज तो लिया नही है,फिर यह नींद उड़ी-उड़ी सी क्यों है... -
मैंने किसी से कर्ज तो लिया नही है,फिर यह नींद उड़ी-उड़ी सी क्यों है...
उसूल कहता है दूसरों की अमानतों पर नज़र नही रखते,पर जब उससे नजरें हट ही ना सके तो बेचारा इंसां भी क्या करे... -
उसूल कहता है दूसरों की अमानतों पर नज़र नही रखते,पर जब उससे नजरें हट ही ना सके तो बेचारा इंसां भी क्या करे...
नाज़ुक दिल को जो पत्थर बना दे ऐसा औजार कही मिलता है क्या,भीतर के जो सारे एहसास जला देऐसा अंगार भी कही मिलता है क्या... -
नाज़ुक दिल को जो पत्थर बना दे ऐसा औजार कही मिलता है क्या,भीतर के जो सारे एहसास जला देऐसा अंगार भी कही मिलता है क्या...
क्यों बन्द किवाड़ देख दूसरे घर नही जाता,क्यों दिल के पास कोई दिमाग़ नही होता... -
क्यों बन्द किवाड़ देख दूसरे घर नही जाता,क्यों दिल के पास कोई दिमाग़ नही होता...
वक़्त अतीत को दुंधला कर आज को अजीज कर देता है,पर दिल को तस्सली देने को यह वहम रखना अच्छा है... -
वक़्त अतीत को दुंधला कर आज को अजीज कर देता है,पर दिल को तस्सली देने को यह वहम रखना अच्छा है...