कभी दिल के कोने में मौन,
तो कभी दिल के कोने में आप कौन?!-
FOI Book Series Founder
Winner of the Vajra World Records
Author
Fashion Desi... read more
कभी सुकून को तलाशा,
तो कभी फ़िक्र को तराशा।
कभी ख़ुद से भटक जाने का मलाल,
तो कभी ख़ुद को भूल जाने का सवाल।
कभी ख़ुद को ख़ुद से दूर होते देखा,
तो कभी ख़ुद को ख़ुद के क़रीब आते देखा।-
तहज़ीब है इसलिए ख़ुद को रोक रखे हैं हुज़ूर,
वरना लहज़ा बदलना हमें भी आता है l।-
कभी शब्दों को आकार देती हूँ
तो कभी निःशब्द को आँखों से उतार देती हूँ
कभी प्रेम को स्वाद अनुसार चख लेती हूँ
तो कभी ठेस को मन की दीवार पे पटक देती हूँ
कभी चंचलता से ख़ुद को निखार लेती हूँ
तो कभी स्थिरता से ख़ुद को संभाल लेती हूँ।-
इश्क़ भी ऐसा किया कि ईमान बदल गया,
किताब वही रह गई, बस पन्ना पलट गया।-
सुंदरता को चाहिए विवरण,
प्यार को चाहिए समर्पण
जीवन को चाहिए संघर्षण
और मन को चाहिए नियंत्रण!-
जिसकी नींव ही कमज़ोर हो
वो पनपने की बात करते हैं,
जिसकी खोज ही न्यूनतम हो
वो भगवान के साक्षात्कार की बात करते हैं।-
प्रेम वो नहीं जिसे आप पा सको,
प्रेम वो है जिसे निश्चल आप चाह सको।
जिसका कोई छोर नहीं,
जिस रास्ते का कोई मोड़ नहीं।
जीवन की शैली की तरह चलते जाना है,
प्यार भी हो ख़त्म तब जब वक़्त का थम जाना है।-
दिल को ये मंजूर था,
कि कुछ तो ज़रूर था
वो घण्टों बात करना
और बातें भी बे-बात करना
कुछ उसका हँसना
कुछ मेरा उसकी हँसी में फँसना
मानो वक़्त का वहीं पे अटक जाना,
और हमारा हक़ीकत से भटक जाना।-