SHREYA GUPTA   (श्रेया)
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The days that BREAK you are the days that MAKE you😊
Joined 23 March 2020


The days that BREAK you are the days that MAKE you😊
Joined 23 March 2020
31 AUG 2021 AT 22:46

Gujre hai hum mohabbat ke ush daur se,
Jha tut ke bikhre the hum,
Phir bhi muskura rhe the,
Apno se dard kuch ish kadra chupa rhe the,
Bereham ho kr unka dil dukha rhe the,
Par tor kar bhi unhe,
Khud ko hi rula rhe the,
Chahat me unke khud ko mita rhe the,
Khud se dur kar unhe,
Unke khushiyo se mila rhe the,
Mohabbat ki jung me kuch ish tarah har rhe the,
Dil ke swalo ko har bar thukra rhe the,
Apni bato se apne jazbato ko behla rhe the,
Kismat ki lakiro se unhe mita rhe the,
Jindagi ke panno me unki yade bhi saja rhe the,
Aur har bar khud ko unhe bhulne ki wajah bhi bta rhe the,
Mera nahi wo ye bar-bar smjha rhe the,
Dil aur dimag ki jung me hum khud hi haar rhe the,
Uthal puthal si ho gyi thi jindagi ek pal me,
Unshe juda ho kar hm khud se hi dur ja rhe the,
Kaise btaye unhe kis kadra hm ye mohabbat nibha rhe the,
Ishq tha do tarfa jishe ek tarfa bna rhe the,
Kuch ish trh sareaam badnam huye jaa rhe the,
Wqt ke pahiye me hm fase jaa rhe the,
Kayi rate kayi din yu hi gujar rhe the,
Ishq me tut kar, aaj bhi muskura rhe the....

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20 AUG 2021 AT 21:00

गुजारिश है हर माँ-बाप से, जिसने हर मुश्किल से लड़ना सिखाया
पर ससुराल कि बेरियों मे उसे खुद बान्ध आया
मत दो उसे वो सिख, जो आपके बच्चे को जिन्दा ही तोड़ जाती है
माँ-बाप का लाज़ बचाने के लिए, वो सब कुछ सह जाती है
मत दो ये सिख कि ये घर अब पराया हुआ
बिती है आधी उम्र, तो कैसे यू ही सब बेगाना हुआ
खिचो मत वो लकीर, कि कही वो लौट कर ना आ जाए
बान्धो मत वो जंजीर, कही वो खुद से ना हार जाए
एक बार फिर कुछ कहना चाहती हूँ हर माँ-बाप से
कह देना उसे एक बार, तु चाहे हो जाए कितनी भी दूर
हमारी जिंदगी कि तु ही है नूर
हर परिस्थिति मे तेरा साथ निभाएंगे
तु टूटेगी तो तुझे गले से लगाएंगे
तेरे लिए तो समाज से भी लड़ जाएंगे
हर फ़ैसले मे तेरे संग खड़े रह जाएंगे
सिखाना है हर बेटी को एक बार
हक़ ना देना किसी को इतना
कि वो तुम्हे चोट पहुँचाये, तुमपर ही चिल्लाये
हक़ ना देना किसी को इतना
कि वो तुम्हे ही तोड़ जाए......

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20 AUG 2021 AT 20:37

हक़ ना देना किसी को इतना, कि वो तुम पर चिल्लाये
अपनी मर्दानगी दिखाने के लिये, तुम पर हाथ भी उठाये
बिच समाज मे दो बाते सुनाये
हक़ ना देना किसी को इतना, कि वो तुम्हे ही तोड़ जाए
खामोश रह कर तुम ना ये सहना, संस्कार है एक लड़की का गहना
बन्द करो सारे ये बाते कहना, गलत है ये सब सहना
क्यों लड़कियों को ही चुप रहना
शायद यही सिखाया जाता है हर पीढ़ी को, चुप रहना ही उसे बताया है
उसके पति मे ही उसके भगवान को बसाया है
उनका अधिकार है दर्द सहना, ये समझ वो सबकुछ सह जाती है
पति भगवान है मेरे, ये समझ वो कुछ ना कह पाती है
ऐ समाज कि रीतियाँ मत बनाओ उसे भगवान
जो कहलाने लायक भी नही है इंसान
ज्यादा बोले लड़की तो उसमे संस्कार नही
कम बोले तो उसे कुछ सिखाया नही
हर बन्धन से क्यो इसे बान्ध दी जाती है,
गलत को गलत और सही को सही कहना,क्यो नही इसे सिखायी जाती है
चुप रहना ही क्यो इनकी लाज़ बतायी जाती है

TO BE CONTINUED.....

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29 JUL 2021 AT 23:22

Suno
Tum Chale To Gye
Par Inkar Nahi Ish Baat Se
Ki Aaj Bhi Mohabbat Hai Tum Se
Na Jane Hai Ye kaisi Majburi
Kbhi Na Khatm Hone Wali Ye Duri
Kaise Btau Ushe
Har Raat Uski Yaado Ko
Gale Lga Kar Soti Hu
Simat Kar Ek Kone Me Rat Bhar Roti Hu
Suno
Agar Mai Tumhe Rokti
To Kya Ruk Jate Tum?
Hath tham mera
Kya Duniya Se Lad Jate Tum?
Ya Wahi Bate Phir Se Dohrate
Wqt, Jazbat ko Phir Se Zimedar tehrate

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28 JUL 2021 AT 13:49

हक़ है हमे ऊँची उड़ान भरने की,
हर बन्धन तोड़ खुद के सपनो को निभाने की,
कोई रोक सको तो रोक लो,
ये नारी, अब नही रुकने वाली है,
हर छेत्र मे झंडा लहराकर सबको पिछे छोड़ने वाली है,
एक नारी बढ़ गयी आगे, दुसरे को भी बढ़ाना है,
साथ ले कर उसे भी, उसके मंजिल तक उसे पहुँचाना है,
कोई तोड़ सको तो तोड़ लो, अब ये हिम्मत ना टूटने वाली है,
कोई साथ दे या ना दे, पर ये खुल कर तो उड़ने वाली है,
कभी रोका उसे कुरीतियों ने,
तो कभी बेड़ीयाँ जकड़, उसे गिराया भी,
कुछ दरिन्दो ने तो उसे रुलाया भी,
उसने हर फ़र्ज को शिद्दत से निभाया है,
तो क्यो उसे बार-बार समाज की कमी ही बताया है,
मुहिम चला दी सबने ''बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ'',
पर अब तक बराबर मे तुम सब ना अपना पाए हो,
ये कैसा छ्ल है दुनिया वालो जिसे आज तक ना मिटा पाए हो,
सुन लो सब आज एक बात को अब समझ लो हमारे जज़्बात को,
कोई रोक सकेगा ना हमे हम आज की नारी है,
ख्वाबों मे रंग भरने की अब बारी हमारी है ll

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27 JUL 2021 AT 19:34

Tu Apni Jindagi Me
Kuch Ish Tarah Pachtayega
Apne Gunahon Ke Liye
Tu Khud Me Hi Ghut Jayega

Kehna To Nahi Chahta Tha
Par Nahi Chahiye Tera Saya
Tune Dil Hi Aisa Dukhaya
Ye Rooh Tujhe Na Maaf Kar Paya

Waqt Par Guman Mat Kar
Wo Tera Kabhi Na Ho Payega
Waqt Ke Pahiye Me
Kuch Ish Tarah Tu Fas Jayega

Lakh Kosis Kar Le
Tu Har Chij Se Dur Jaane Ki
Tera Gunah Tujhe Khich Kar
Ek Din Yhi Le Aayega
Fikar Mat Kar Ab Tu
Shayd Nark Me Hi Jayega

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26 JUL 2021 AT 22:58

कितनी अजीब बात है न,
मैने ही रिश्ता तोड़ा था,
फिर भी खुश नही हूँ,
दो पल मुस्कुरा कर,
चार पल रो लेती हूँ,
ना चाहते हुए भी,
एक झलक उसकी देख लेती हूँ,
दिल करता है,
फिर से चली जाऊँ उसके करीब,
पर हर बार खुद को रोक लेती हूँ,
वास्ता देकर उसकी मोहब्बत का,
खुद को हर बार एक घाव दे देती हूँ,
तेरे बिना अब भी एक पल ना रह पाती हूँ,
पर ना जाने क्यों ये दर्द सहती ही जाती हूँ ll

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30 MAY 2021 AT 16:02

आज चोटो को देखकर ये एहसास हो गयी,
तेरी मोहब्ब्त अब कही फ़िज़ाओ मे खो गयी,
तु कहती थी अक्सर,
कोई किसी के बिना मर नही सकता,
पर कैसे बताऊ तुझे,
तेरे बिना जिना अब मुमकिन नही,
तेरे बिना एक कदम भी चलना अब मुमकिन नही,
तुने तो कोशिश भी नही की मुझे पाने की,
तुने तो सौ रास्ते खोल दिए दुर जाने की,
कैसे कहुँ तुझसे,
तेरे संग हो कर भी,
अधुरा हूँ मै,
तुझे अपना बना कर भी,
अधुरा हूँ मै.....

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30 MAY 2021 AT 15:56

तेरे संग हो कर भी,
अधुरा हूँ मै,
तुझे अपना बना कर भी,
अधुरा हूँ मै,
मलाल नहीं इस बात का,
कि तुझे पा नही सका ,
दुख इस बात का,
कि वक़्त रहते भी तुझे समझ नही सका,
जज्बातो से भरी तुझे अपनी बाते बताया करता था,
पर जवाब ना जाने क्यों खामोशी ही मिला करती थी,
हर वक्त तुझे पाने कि कोशिश किया करता था,
और तु दुर जाने कि बहाने किया करती थी,
हाँ,तेरी पहली मोहब्ब्त नही हूँ मै,
पर आखिरी बनने की तमन्ना जरुर थी,
साथ निभाने की चाहत जरुर थी,
कुछ दुर किस्मत ने गिराया,
कुछ दुर हालातो ने,
लेकिन ना तुने उठाया,
ना तेरा प्यार मुझे सम्भाल पाया,

TO BE CONTINUED.....

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2 MAY 2021 AT 20:25

I really thank you and appreciate you for helping me in the tough times🙏🙏

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