shree karn  
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Joined 3 April 2019


Joined 3 April 2019
24 SEP 2022 AT 22:07

वक़्त और क़िस्मत से लड़ के, उसे पाने की चाहत क्यों करूँ
जो अपना हो नहीं सकता , उसे पाने की चाहत क्यों करूँ
क्यों गुज़ारू आरज़ू में उसकी ज़िंदगी
उसकी ना हो कर भी , उसकी होने की चाहत क्यों करूँ ।
है क्या वो आख़िर ? ज़िंदगी तो नहीं
फिर उसे हर लम्हा जीने की चाहत क्यों करूँ
इंसान है वो , ख़ुदा तो नहीं
तो फिर उससे , ख़ुदा सी चाहत क्यों करूँ
और फिर उसे पाने की चाहत क्यों करूँ ।

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15 MAY 2022 AT 4:25



मेरी आँखों में हल्का तेरा फ़िक्र होता है ,
जाने कहा और किस हाल में होगा तू
बरबस खामोशी से तेरा जिक्र होता है !
पिछले सावन ! एक अधूरे सपने में नज़र आए थे
अब तो वह भी तेरा आना जाना कम होता है
जब भी तेरा ज़िक्र होता है , मेरी आँखों में तेरा फ़िक्र होता है

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6 JAN 2022 AT 10:31

तुम्हारा जीवन में ना होना , जीवन में जीवन के नहीं होने सा है
तुम्हारे मेरे जीवन में नहीं होना , स्थूल में सुक्ष्म का नहीं होना है ।

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6 NOV 2021 AT 3:03

सफ़र जैसा हो, सफ़र में साथ चलते हैं
चलो देखें वो जहाँ, जहां प्यार पलते हैं
हम और थे पहले, अभी कुछ और हो गये हैं
थोड़ा-थोड़ा हम हर साल बदलते हैं

वो पहला प्यार भी याद है मुझे
दिल टूटने पर, क़िस्मत को कोसते महीनों रोए थे
वो आख़री दिन था, जब हम चैन की नींद सोए थे
एक एक कर सपने बिखेरे, हमारा दुःख बढ़ता गया
उसे मिल गया आशियाना उसका, जहाँ में अकेले हम खोए थे
सम्भाला सोच कर की अच्छे बुरे हर काल बदलते हैं
थोड़ा-थोड़ा हम हर साल बदलते हैं


प्रश्नों के उत्तर थे, निरुत्तर बन, स्वयं प्रश्न बनकर रह गए
आंसुओं का समंदर पिया, दर्द को चेहरे पर मुस्कान रखकर सह गए
समेटा खुद के टुकड़ों को, एक नई शुरुआत जैसे की
मेरी क़ाबिलियत पे शक़ करने वाले, समय के साथ कहीं दूर बह गए

दुनिया ने ठग लिया बहुत, आगे की चाल अब हम चलते हैं
थोड़ा-थोड़ा हम हर साल बदलते हैं



हंसी हो, ख़ुशी हो, ग़म हो, उदासी हो
थोड़ा-थोड़ा हम हर साल बदलते हैं

Manoj karn

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25 JUL 2021 AT 21:10

हदय ,अब रेगिस्तान सा हो गया है
प्रेम की हर चाह अब मृगतृष्णा लगती है ।

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18 MAY 2021 AT 9:18

तुम क़रीब होते गए ,ख़्वाब हकिकत होते गए ,

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14 MAY 2021 AT 1:54

हाय ! भी देखो उसकी कैसी लगी ,
मै किनारे पे खरे खरे तबाह हो गई ।
मुझे मेरी नाकाम चाहत की सजा मिल गई ,
बरसो पहले भेजी गई बद्दुआ मुझे आज मिल गई।

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14 MAY 2021 AT 1:05

तुम्हारी हर रजा मेरी क़िस्मत है ,और
इस क़िस्मत से ना मुझे कोई शिकायत है ना कोई उम्मीद

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7 MAY 2021 AT 22:36

Tumne toda 💔to jaana ,
Seene me jo dharakta hai ,vo dil❤️
Aadha nahi pura tha❤️‍🩹

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7 MAY 2021 AT 11:12

Toot kar chahana ,aur chahte chahte toot jana
Dil ka anjaam har haal me toot jana hota hai

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