Shrawann Kathuria  
12 Followers · 8 Following

Joined 28 January 2020


Joined 28 January 2020
9 DEC 2023 AT 18:07

Hello

-


1 NOV 2021 AT 22:00

ये ख़ाक-ए-जिस्म होना ही है
तो फिर रंजिश-ए-दिल कैसी

-


27 JUL 2021 AT 20:33

सारे दर्द मुझे ही दे गया
इतना भरोसा था मुझपे

-


17 JUN 2021 AT 21:04

तेरी यादें ही मेरी अमलाक हैं
तुझे भूल गया तो कंगाल हो जाउंगा

-


5 MAY 2021 AT 13:27

जल रहें हैं चारों तरफ यादों के चिराग़
शहर में ऐसी रोशनी का मैं क्या करूं

-


30 APR 2021 AT 20:10

सेंक लो अपनों की ही चिता पर रोटियां
शायद इस जन्म में ये मौका फिर न मिले

-


28 APR 2021 AT 15:27

सुनो, आज फिर मेरी चाय सूख गई
कितना कहा तुम याद न आया करो

-


10 APR 2021 AT 19:07

ये जो आज सोचते हैं कि फोटो बढ़िया नहीं आई
कल को यही सब कहेंगे कि आदमी तो बढ़िया था

-


15 MAR 2021 AT 11:27

बहुत दिनों से उलझा हूं मैं 🙇
गर वक्त मिले तो सुलझाना तुम

-


19 FEB 2021 AT 9:47

मैं वो नहीं हूं जिसे तुम अकेला छोड़ गए थे

वो मैं तो तभी मर गया था 🔥

-


Fetching Shrawann Kathuria Quotes