"" माफ़""
उसे किया जाता है जो माफ़ी के काबिल हो ,,
जो अनजाने में गलती करे , उसे माफ़ किया जा सकता है, जो जान बूचकर गुनाह करे उसे कभी माफ नही किया जा सकता,, किसी को बेवजह कष्ट देना जो गलती उसने की ही नही उसकी सजा देना , किसी को बेवजह बदनाम करना एक गुनाह है ,, और कुछ इंसान ऐसे होते है जो गुनाह करके भी अपना गुनाह कभी क़ूबूल नही करते है ,,शायद उनको ऐसा लगता है कि मैंने कोई गुनाह किया ही नही हैं,,
अपनी गलती का पछतावा हो जाये अगर इंसान को तो कोई बात नही,, लेकिन अगर वो गलती करके भी छमा नही मांग सकता तो कोई बात नही ,,उसके अंदर का जो अहंकार है वो बहुत जल्दी ही टूट जाएगा, तब उसे इस बात की ग्लानि होगी की चाहे कोई कैसा भी हो किसी को इतना नीचो मत गिराओ की जब तुम भी वैसे गिरो तो शर्म से अपना सर भी न उठा सको ..सबके हीत के बारे में सोचना चाहिए किसी का अहित नही करना चाहिए,, न किसी की बुराई सुनो न किसी के ऊपर मिथ्या आरोप लगाओ🙏🙏-
""चरित्र,""
सतियुग हो या कलयुग हर बार एक स्त्री को ही अपने चरित्र का प्रमाण देना पड़ता है ,
चाहे वो सीता हो या कोई और नारी ,
किसी के चरित्र पे ऊँगली उठाना बहुत आसान होता है,
कभी सोचा है की जिसकी मान अभिमान में कीचड़ लगा रहे हो, उसी के जैसी नारी की वजह से तुम्हारा वजूद है , अगर नारी ही नही तो तुम्हारी औकात ही क्या है, समझ ही नही आता की क्यों ये समाज हमेशा एक औरत को ही बुरी नजर से क्यू देखता है ,
क्या एक औरत की कोई इज्जत नही होती उनको समाज में सर उठा के जीने का कोई अधिकार नही होता,
आज भी एक समाज में स्त्री का कोई मान नही होता ,
लगता है बस औरत होना एक गुनाह से कम नही होता-
"Bharosha"
Jo jindagi me bahut mayne rakhta hai...
Lekin kuch log jindagi me aise bhi aate hai , jo pure jahan se humara bharosha utha dete hai💔💔-
Ya khuda tune mujhse mera sab kuch chin liya to ab mujhe q jinda rakha h mujhe bhi chin le is duniya se kisi ko koi fark nhi padta mere hone ya na hone se plz mujhe bhi is duniyan se jooda kr do allah😢
-
पत्थर नही हूँ मैं, मुझमें भी नमी है....
दर्द बयां नही करती हूँ, बस इतनी सी कमी है....💔🖤-
Jo aasaani se mile wo hai....
DHOKHA
Jo mushkil se mile wo hai .....
IZAZAT
Jo dil se mile wo hai....
PYAAR
Aur jo naseeb se Mile wo hai...
DOST❣️🥀💕💯-
Bharosha jitne me kitne mahine bit jate h....
Aur dhokha dene ke liye ek mints bhi nhi lgta h...-
कुछ गहरा सा लिखना था ....
दोस्ती से ज़्यादा क्या लिखूं....
कुछ ठहरा सा लिखना था....
दर्द से ज़्यादा क्या लिखूं ....
कुछ समंदर सा लिखना था..
आंसू से ज़्यादा क्या लिखूं...
कुछ अपना सा लिखना था..
आँखों से ज़्यादा क्या लिखूं,..
कुछ खुश्बू सा लिखना था ..
किरदार से ज़्यादा क्या लिखूं...
सुनो अब जिंदगी लिखनी है...
दोस्त और रिश्तो से ज़्यादा क्या लिखूं,।।।💞💯🥀🖤-
अदा- ए मोहब्बत , सजदा ए इश्क़...
नाम कुछ भी हो, मतलब तुम्ही से है....💐-
कद्र और वक़्त
भी कमाल के होते है
जिसकी कद्र करो वो वक़्त नही देता
और
जिसको वक़्त दो वो कद्र नही करता!!-