जीवन जब-जब अमावस बना,
आपके साथ, स्नेह, सहयोग और आशीर्वाद की शुभकामनाओं ने दीपक बन उजाला किया।
आपकी अनमोल शुभकामनाओं के लिए सदा प्रतीक्षित और सदैव अपनी प्रार्थनाओं में आपके सपरिवार शुभ की कामनाओं के साथ,
शुभ दीपोत्सव,
नव वर्ष की स्वस्ति कामनाएं स्वीकारें।-
जीवन जब-जब अमावस बना,
आपके साथ, स्नेह, सहयोग और आशीर्वाद की शुभकामनाओं ने दीपक बन उजाला किया।
आपकी अनमोल शुभकामनाओं के लिए सदा प्रतीक्षित और सदैव अपनी प्रार्थनाओं में आपके सपरिवार शुभ की कामनाओं के साथ,
शुभ दीपोत्सव,
नव वर्ष की स्वस्ति कामनाएं स्वीकारें।-
गुनाह लगेगा ऐसा करते हुए,
किसी और की खातिर
तेरा नंबर डिलीट करते हुए।-
कोई हमें मांग लेता है, ©ss
जब हम किसी को मांग रहे होते हैं।
कोई और हमारे साथ होता है।
जब हम किसी के साथ होते हैं।-
रास्ते भी उसी के होते हैं,
मंजिल भी वही तय करता है।
अपनी पसंद का सफर,
कब किसको यहां मिलता है।-
तोहमतें उनकी सर माथे लगाई हमने।
उन्होंने दिल दुखाया हम मुस्कुराते रहे।-
सारी ऋतुएँ एक सी,
क्या ग्रीष्म क्या बसन्त।
आँखों में ना हो सका हमारे,
कभी सावन का अंत।-
हलक में अटकी है जो बात,
वो कहूँ कैसे।
वो जो नजरअंदाज करता है।
उससे बात करूँ कैसे।-
कभी फोन, कभी तस्वीर, कभी उम्मीद से काम चलाते हैं।
वे शख्स जिनके नसीब में उनका चांद नहीं होता।-