देख जिंदगी,
मैंने खुद को माफ़ करना सीख लिया,
हाँ, मैंने खुद से इंसाफ करना सीख लिया।।
बहुत सताया खुद को,
बहुत तड़पाया खुद को।।
अब आंखे बंद कर हिसाब करना सीख लिया,
मैंने खुद को माफ़ करना सीख लिया।।
हर बात पर पहले खुद से ग्लानि होती थी,
दुसरों के बर्ताव से खुद की हानि होती थी।।
देख मुझे, मैंने बेमानी होना सीख लिया,
मैंने खुद की मनमानी करना सीख लिया।।
थोड़ी सी दया, थोड़ी सी माफ़ी खुद को,
संभलने - संभालने के लिए थोड़ी सी शाबाशी खुद को।।
हाँ, मैंने ज़ज्बात परखना सीख लिया,
मैंने खुद को माफ़ करना सीख लिया।।
अब आईने में अपना अक्स भी सच्चा लगता है ,
खुद से खुद को मिलकर अब अच्छा लगता है।।
-