18 DEC 2019 AT 16:03

हवा का रूख चाहे कितना भी खिलाफ
​क्यों ना जाए डरना नही हैं मुझे...
​मालूम है के तुम साथ हो मेरें
​मैं बिखर भी जाऊँ अगर
​अपनी महोब्बत से समेट लोगे तुम मुझें...

​ शोभा मानवटकर...

- Shobha Bapurao Manwatkar