मुझे शतरंज बहुत पसंद है
क्योंकि इसका एक नियम बहुत अच्छा है
की चाल कोई भी चले ,
पर अपने अपनों को कभी नहीं मारते है-
ऐसा असर डाला है
मतलबी लोगों ने ,इस दुनिया पर
अब किसी का हाल-चाल भी पूछ लो,
तो लोग समझते जरूर कोई काम होगा।-
सबके साथ बैठना अच्छा लगता था
जिंदगी में अकेला रहना सिखा दिया
बातें करने का बड़ा शौक था हमें
जिंदगी ने चुप रहना सिखा दिया-
मैं चाहता हूँ, कि
कोई चाहे मुझे मेरी तरह. !
पर यह कभी नहीं चाहता
कि कोई भुला दे मुझे तेरी तरह. !!-
तुम तब तक मेरे साथ हो
जब तक तुम चाहो
जिस दिन तुम्हे, मुझे
छोड़ने का दिल करेगा न
तो बेशक चली जाना
तुम्हे रोकने की कोशिश हम भी नहीं करेंगे
बस खामोश हो जायेंगे
*हमेशा केे लिए*-
बिखरा जरूर हूँ
मगर टूटा नहीं हूँ
बोलने में कड़वा जरूर हूँ
मगर धोखेबाज नहीं हूँ-
चाहत का वो दौर कुछ और था
जहाँ लोग जीने और मरने की,
क़समे खाया करते थे
अब तो लोग रात गुजर जाने पर
भूल जाया करते हैं-
जिंदगी में जिसे
सच्चा प्यार करने वाला आसानी से मिल जाता है ना उसे,उसकी कदर ही नहीं होती-