कही प्यार के लहज़े हैं,
कहीं दर्द की बातें.... देखो जान कट रही तुम्हारे बिन ये रातें....
तुम्हें लगता है कि दूर रहना खुशी देता है,
तुम्हें लगता है कि दूरियां ज़रूरी हैं अब,
तुम्हें अपने सपनो की नई दुनिया बसाना है,
तुम्हें अब छोड़ कर हमको बहुत ही दूर जाना है,.......
अब तन्हा सी लगती हैं ये सावन की बरसाते,....
कट रही तुम्हारे बिन जाना आजकल ये रातें..............
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नही! मुझे तुम्हारी जिन्दगी मे वापस नही आना,
इसका मतलब ये नहीं हुआ की मैं तुमसे नफरत करने लगी हूं या मुझे और कुछ मिल गया है,
मैं बस प्रतिस्पर्धा नही करना चाहती, मैने तुमसे सच्चे दिल के रिश्ते बनाए हैं जो प्यार तब था वो है वो रहेगा फिर भी मैं वापस नही आऊंगी!!....
मुझे तुमसे दूर रहने मे खुशी नहीं है पर ये बहुत ज़रूरी हो गया है। आज तक माना मैने बहुत गलतियां की हैं उनसे अब मै सीख लूंगी और खुद को बेहतर बनाना सीखूंगी।..
मैं किसी और को जिंदगी का हिस्सा अब नही बनाना चाहती.... मैं बस अपना सारा प्यार सब कुछ उस एक शख्स पर लूटा देना चाहती हूं जो मेरी धड़कन है।......
उसके लिए सब कुछ करूंगी बस हा अब वापस नही आना बहुत गलतियां बहुत कुछ हो गया है।।.... अब ज़रूरी है हमारा दूर रहना।.... मैं तुमसे ना प्रतिस्पर्धा करूंगी न कुछ मैं बस तुमसे बहुत प्यार करूंगी सारा प्यार तुम होगे कोई और नही और कभी नही....... बस हा एक वक्त के बाद सब कुछ अजीब हो जाता है, बदल जाता है तो इसमें अच्छा यही होगा वक्त रहते हम एक दूसरे को अलविदा कह दे।..... हा माना सब खत्म नही होगा पर कभी कभी ये भी जरूरी हो जाता है।........
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तुम भूल गए हो मैं जानता हू,
फिर भी तुम्हे मै अपना मानता हूं,
तुम्हे छोड़ कर दुनिया नही चाही कभी,
दुआओं में तुम ही रहे और कुछ नही मांगी कभी,
तुम्हे हम हमेशा मानेंगे,अपनी जान कहकर पुकारेंगे,
तुम दूर रहो या पास सही,तुम अपने हो गैर नही,
तुम्हारी जगह कोई न पाएगावहा अब कोई न आयेगा,
वो जगह वीरान रहेगी,तेरे बिना सुनसान रहेगी,
तेरे ख़्वाब हम संजोए रखते हैं,अपनी पलकें भिगोए रखते हैं,
हसी के पीछे का दर्द_ए_बयांन है ये,तेरे नाम पैगाम है ये,
तू लौट आए ऐसा भी नही चाहते,तुझसे प्यार की भीख नही मांगते है,
तू अपनी हम अपनी दुनिया मे ठीक हैं,तुझे बस यादों मे समेटे रखते है,
हम तुम्हे हमेशा सोचे रखते है,एक दिन तुम्हे पछतावा ज़रूर होगा
जिस दिन रब को मंजूर होगा,सोचते है तुम्हे सब सुनाए,
पर समझोगे नही तो क्या बताए,
इसलिए हर दर्द छिपा लिया जाता है,
सब ठीक बता दिया जाता है , यूं ही कोई वीरान नही होता,
शायर बनना आसान नही होता
हज़ार गम का वो सरकार हो जाता है,जिसे गलती से प्यार हो जाता है ,
हर बार ये बताया नही जाता, रास्तों में छोड़ कर जाया नही जाता
तुम्हे एक दिन सारी कहानी बताएंगे,इस शायर की ज़ुबानी बताएंगे,
हर बार ये बताया नही जाता, रास्तों में छोड़ कर जाया नही जाता-
एक दिन तुम्हे सब बताना है,तुम्हे एक दिन जी भर के रुलाना है।
हम साथ हो कोई मजबूरी नहीं है,पर तुम्हे दूर जाने की मंजूरी नही है।
मतलब से रिश्ता बनाया नही जाता,रास्तों में छोड़ कर जाया नही जाता।
दिल मे क्या है दिखाकर,लोगो को अपना बनाकर,
हरकदम साथ निभा कर,
तू चला जाए छोड़ के, हमसे मुंह मोड़ के,
हम टूट जाएंगे फिर बिखर जाएंगे,तेरे बिना हम मर जायेंगे।
बयान है मेरा फिर से वही, तू दूर हो या पास सही,
मतलब से रिश्ता बनाया नही जाता, रास्तों में छोड़ कर जाया नही जातातुम्हे पाकर शायद लाज़वाब हो जाऊं,
दूरियों मे तेरा ख्वाब हो जाऊं,
तेरे सितम पर तोहमत नही लगाते,शिकायत करते हैं तुम्हे गैर नही बताते,
हर बार वही बताया नही जाता,रास्तों में छोड़ कर जाया नही जाता।
तुम्हे फिर से आजमा कर देखेंगे,एक बार अपना बना कर देखेंगे,
तब तुम्हे हालत_ए_नब्ज़ का पता लगेगा,
समझोगे तो तुम्हारा दिल भी दुखेगा,
तुम्हे छोड़ जाना याद आयेगा,गैरों के खातिर मुंह मोड़ना याद आयेगा,
तुम रोवोगे तुम्हे पछतावा होगा,
दर्द सच्चे होंगे हसी का दिखावा होगा,
तब तुम समझोगे वो हिज़र की रात,
याद आयेगी शायद पहली मुलाकात,
रो रो कर तुम भी बिखर जाओगे,
इस शायर के दर्द पे मर जाओगे,
आसन नही है दर्द छुपाना,
आसन नही दर्द में मुस्कुराना,
तुम्हे भी एक दिन एहसास होगा,
वो दिन बड़ा ही खास होगा,
अपनो को गैर बताया नही जाता,
रास्तों में छोड़ कर जाया नही जाता।-
किस उम्र मे अपनी करे, किस उम्र मे जनाजा
अपनी सी उम्र मे अपनो से तकाज़ा— % &-
मिलते हैं सभी एक वक्त के बाद ,
एक वक्त के बाद मोहब्बत खत्म हो जाती है।
होते हैं रास्ते जब दोनो के जुदा जुदा,
एक वक्त के बाद मोहब्बत खत्म हो जाती।
कोशिशों में शायद ज़िक्र ए हिज़्र होता है,
फिर भी एक वक्त के बाद मोहब्बत खत्म हो जाती है।-
मुफ्त के तो नहीं हैं हम लेकिन,
सिर्फ़ तेरी खातिर हम कभी महंगे नहीं हुए!-