Shivanya Ahlawat  
75 Followers · 2 Following

read more
Joined 14 June 2018


read more
Joined 14 June 2018
26 APR AT 10:23

हठ कर बैठा चाँद एक दिन, माता से यह बोला,
"सिलवा दो मां मुझे ऊन का मोटा एक झिंगोला,
सनसन चलती हवा रात भर, जाड़े से मरता हूं,
ठिठुर ठिठुर कर किसी तरह से यात्रा पूरी करता हूं,
आसमान का सफ़र और ये मौसम है जाड़े का,
न हो अगर तो ला दो कुर्ता ही कोई भाड़े का,

बच्चे की सुन बात कहा माता ने "अरे सलोने!
कुशल करें भगवान लगें ना तुझको जादू-टोने,
जाड़े की तो बात ठीक है पर मैं तो डरती हूं,
एक नाप में कभी नहीं तुझको देखा करती हूं,
कभी एक अंगुल भर चौड़ा, कभी एक फुट मोटा,
बड़ा किसी दिन हो जाता है और किसी दिन छोटा,

घटता बढ़ता रोज किसी दिन ऐसा भी करता है,
नहीं किसी की भी आँखों को दिखलाई पड़ता है,
अब तू ही ये बता नाप तेरा किस रोज़ लिवाएं
सी दें एक झिंगोला जो हर रोज बदन में आए??

-


26 APR AT 8:02

उठो लाल अब आँखें खोलो,
पानी लायी हूं मुँह धो लो,
बीती रात कमल-दल फूले,
उनके ऊपर भौंरे झूले,
चिड़िया चहक उठी पेड़ों पर,
बहने लगी हवा अति सुन्दर,
नभ में न्यारी लाली छायी,
धरती ने प्यारी छवि पायी,
भोर हुआ सुरज उग आया,
जल में पड़ी सुनहरी छाया,
ऐसा सुन्दर समय ना खोओ,
मेरे प्यारे अब मत सोओ..✍🏻🌼

-


4 APR AT 22:20

पेड़ों ने गौरैया के हाथों ख़बर भेजी
की जंगल काटे जा रहे हैं
बचा लो धरती को!
🕊️
हमने गौरैया की चीख को शोर समझा
अब कुछ दिन बाद ना जंगल बचेगा
ना गौरैया बचेगी...✍🏻🌿

-


26 MAR AT 9:21

जितना कम सामान रहेगा,
उतना सफ़र आसान रहेगा..✍🏻🌼

-


23 MAR AT 21:53

बात बस इतनी सी है,
या तो तुम
या तो कोई नहीं..✍🏻🌼

-


22 MAR AT 22:18

मेरा प्रेम, मेरा जीवन, मेरा भाव,
शब्द देखूँ तो हज़ार हैं, जो समेट सकूं तो वो सिर्फ़ आप हैं..✍🏻🔱

-


21 MAR AT 22:28

उपभोग की इस दुनिया में,
हम त्याग वाली संस्कृति से हैं...✍🏻🔱

-


20 MAR AT 22:24

जो निशुल्क है वही सबसे ज्यादा कीमती है,
नींद, शांति, हवा और सबसे ज्यादा हमारी सांसें..✍🏻🌼

-


19 MAR AT 22:34

कभी तो खत्म होंगी ये उदासियां ये तन्हाइयां,
एक दिन तो अच्छा होगा चार दिन की ज़िंदगी में..✍🏻🌼

-


14 MAR AT 22:24

सपनों को जिंदा, मन को शांत रखो,
दूषित परिवेश से बेहतर है, एकांत रखो..✍🏻✨

-


Fetching Shivanya Ahlawat Quotes