बचपन से साथ रहे नहीं, साथ खेले ,साथ झगड़े नहीं
साथ पढ़ाई साथ पिटाई, साथ में सारे दर्द सहे नहीं
भाई कहकर तुम्हे बुलाया, तुमने बहन सा प्यार दिया
बेशक एक माँ नही, पर भाई--बहन का दर्जा दिया
वक़्त बदला राहे बदली, प्राथमिकता सारी भी बदली
फिर भी यह सब दूर रहकर, तुमने मेरा साथ दिया
और एहमियत तुम्हारी अपनी ज़िंदगी में बताऊ कैसे,
बस इतना कह सकती हूं, बड़े भाई की कमी को मेरी
ज़िन्दगी में तुमने बेहद खूबसूरती से पूरा किया!!!!!!!
-