ऐ ढलती हुई शाम तू भी कभी ठहर कर देख जरा इस चांद रात कोयूँ हीं नहीं हजारों नजरें बस इसे तकती रह जाती हैं -
ऐ ढलती हुई शाम तू भी कभी ठहर कर देख जरा इस चांद रात कोयूँ हीं नहीं हजारों नजरें बस इसे तकती रह जाती हैं
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यूँ ना कहिये कुछ हमसे ना ही यूँ चुप रहियेये जो नजरें देख रहीं हैंजरा कुछ देर बस यूँ हीं देखते रहिये -
यूँ ना कहिये कुछ हमसे ना ही यूँ चुप रहियेये जो नजरें देख रहीं हैंजरा कुछ देर बस यूँ हीं देखते रहिये
माना कि आज चांद अधूरा हैं फलक पेमगर अब भी ये तन्हाइयों का बेहतर सहारा हैं -
माना कि आज चांद अधूरा हैं फलक पेमगर अब भी ये तन्हाइयों का बेहतर सहारा हैं
कुछ वादे उम्र भर के होते हैं महज चन्द लम्हों के नहीं -
कुछ वादे उम्र भर के होते हैं महज चन्द लम्हों के नहीं
माना बेखबर हूँ तेरे रहने के ठिकाने सेमगर अक्सर तू मेरे जेहन में ही रहता है -
माना बेखबर हूँ तेरे रहने के ठिकाने सेमगर अक्सर तू मेरे जेहन में ही रहता है
वक्त बेवक्त बस देखते हैं रास्ता उनका कि शायद कहीं दीदार हो जाये -
वक्त बेवक्त बस देखते हैं रास्ता उनका कि शायद कहीं दीदार हो जाये