Shivani Gupta   (Shivani Gupta)
1.1k Followers · 11 Following

आधे से कुछ ज्यादा, पुरे से कुछ कम, कुछ जिंदगी, कुछ गम, कुछ इश्क और कुछ हम।
Joined 11 October 2018


आधे से कुछ ज्यादा, पुरे से कुछ कम, कुछ जिंदगी, कुछ गम, कुछ इश्क और कुछ हम।
Joined 11 October 2018
3 JUN AT 18:48

जीवन में कुछ युद्ध रण के लिये नहीं, मन के लिये बनें होते हैं।
जिन्हें हमें मन में लड़ना होता हैं।

-


12 DEC 2024 AT 22:41

जनाब !
हमारी ख्वाइशों का मोहल्ला तो बहुत लंबा होता है।
इसिलिये
कभी-कभी ज़रुरतों की गली में रुकना बेहतर होता हैं ।।

-


26 NOV 2024 AT 21:55

कभी-कभी कुछ रिश्तों को
थोड़ा वक्त दिया जाता हैं !
उन्हें बहानें देकर रिश्तों को तोडना
शुरता नहीं है ।

-


25 NOV 2024 AT 20:18

हमारी ख्वाईशों का मोहल्ला तो जनाब,
बहुत लंबा होता है!
इसिलिये कभी कभी जरुरतों की गली में रुकना,
बेहतर होता हैं ।

-


8 AUG 2024 AT 23:01

अकेला वारीस हुं, मैं उसकी तमाम नफरतों का ।

जो शख्स सारे शहर में प्यार बांटते आया हैं ।

-


23 JUN 2024 AT 19:29

ऐ बारिश !
तु इश्क हैं, जादु हैं, या मौसम हैं बहार का,
तेरे आने से खिल जाता हैं हर फुल प्यार का।

-


14 JUN 2024 AT 22:37

कभी कभी दिल से बात करना चाहते हैं
अपनी दिल की बात लिखना चाहते हैं
अपने दिल का हाल-ए-दर्द बया करना चाहते हैं
पर हर बार ये मतलबी दुनिया याद आ जाती हैं

-


5 JUN 2024 AT 22:32

जैसे ही मैंने सर रखा राधा-रानी के चरणों में,
दुनिया बसीं मिलीं मुझे श्याम शरणो में।

-


26 MAY 2024 AT 22:41

अगर, मगर और काश में हूॅं,

मैं ख़ुद अपने ही तलाश में हूॅं ।

-


4 FEB 2024 AT 22:42

हरी भरी वादियों पे बादलों का बसेरा है।
भीगी-भीगी फिज़ा है, खुशबूओं का फेरा है ।
दरख्तों के साये में मोहब्बतों का डेरा हैं।
चांदनी की रुत हैं, रोशनी की झुरमुट है ।
पलकों में कोहरा-सा सपना सज़ा हैं ।
दामन में उम्मीदों से कोई अपना बना है ।
हरी भरी वादियों पे बादलों का बसेरा है।
भीगी-भीगी फिज़ा है, खुशबूओं का फेरा।

-


Fetching Shivani Gupta Quotes