कुछ बातें होती है जो बताई नही जाती, वो अंदर से दिल और दिमाग़ को खोखला करती जाती है, ना हम कुछ बता पाते है और ना कोई समझ पाता है, और एक दिन हम इसी सब में खतम हो जाते हैं।
आंखो से नींद गायब है, मन में बहुत बातें चल रही है, सोचा जो बातें मन में चल रही है, उन्हें किसी पन्ने पर उतार लूं पर, पन्ना सफ़ेद का सफ़ेद ही रह गया, शायद बातें इतनी गहरी है कि उन्हे, पन्ने पर उतारना मुश्किल हो गया।