न तुझे खत लिखा,न कोई पता लिखा।खुद को खामोश रखा,बस लापता लिखा। -
न तुझे खत लिखा,न कोई पता लिखा।खुद को खामोश रखा,बस लापता लिखा।
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कौन पूछता था हमें,तेरी बंदगी से पहले।मैं खुद को ढूंढती थी,इस जिंदगी से पहले। (जय श्री कृष्णा) -
कौन पूछता था हमें,तेरी बंदगी से पहले।मैं खुद को ढूंढती थी,इस जिंदगी से पहले। (जय श्री कृष्णा)
बना कर दिये मिट्टी के,जरा सी आश पाली है।मेरी मेहनत खरीदो यारों,मेरे घर भी *दिवाली* है। -
बना कर दिये मिट्टी के,जरा सी आश पाली है।मेरी मेहनत खरीदो यारों,मेरे घर भी *दिवाली* है।
हर साल दिवाली से पहले,इक कबाड़ी वाला ऐसा आना चाहिए।जो टूटे- फूटे दिल,फटी पुरानी यादें भी लेता हो। -
हर साल दिवाली से पहले,इक कबाड़ी वाला ऐसा आना चाहिए।जो टूटे- फूटे दिल,फटी पुरानी यादें भी लेता हो।
मैं लब-ए- शिकवे को,सी लेती हूँ।चंद घड़ियाँ, यूँही जी लेती हूँ ।।बस इक बार थामती हूँ,जिस साथी का हाथ।फिर उसके हाथ से, जहर भी पी लेती हूँ।। -
मैं लब-ए- शिकवे को,सी लेती हूँ।चंद घड़ियाँ, यूँही जी लेती हूँ ।।बस इक बार थामती हूँ,जिस साथी का हाथ।फिर उसके हाथ से, जहर भी पी लेती हूँ।।
मेरी नींदो में भी आती है "परियाँ",बादल के बिस्तर पे लेटी मैं भी हूँ।तो क्या हुआ😏जो मेरे नाम "रियासत" नही कोई,अपनी माँ की "राजकुमारी" मैं भी हूँ। -
मेरी नींदो में भी आती है "परियाँ",बादल के बिस्तर पे लेटी मैं भी हूँ।तो क्या हुआ😏जो मेरे नाम "रियासत" नही कोई,अपनी माँ की "राजकुमारी" मैं भी हूँ।
बादल बरस जाते है...उस बंजर धरा को छूने के लिएजिस पे हरियाली की झलक नही होती।क्योंकि "प्रेम"खुबसूरती और श्रृंगारकी इच्छा नही करता। -
बादल बरस जाते है...उस बंजर धरा को छूने के लिएजिस पे हरियाली की झलक नही होती।क्योंकि "प्रेम"खुबसूरती और श्रृंगारकी इच्छा नही करता।
इन आँखो में आपने खुद को जितना देखा है।आपने खुद को उतना देखा नही होगा,जितना मेरी आँखो ने देखा है। -
इन आँखो में आपने खुद को जितना देखा है।आपने खुद को उतना देखा नही होगा,जितना मेरी आँखो ने देखा है।
मेरे तो दर्द भी,औरों के काम आते हैं। मैं अगर रो पड़ू तो,कई लोग मुस्कुराते हैं। -
मेरे तो दर्द भी,औरों के काम आते हैं। मैं अगर रो पड़ू तो,कई लोग मुस्कुराते हैं।
मेरे इश्क़ को,एहसान का नाम दे केयूँ ना तौलिये...इश्क़ है तो,कीजिये बिल्कुल मेरी तरह,वरना मुझे मेरे हाल पे छोड़िए... -
मेरे इश्क़ को,एहसान का नाम दे केयूँ ना तौलिये...इश्क़ है तो,कीजिये बिल्कुल मेरी तरह,वरना मुझे मेरे हाल पे छोड़िए...