अपने अंदर झाक के देखा
तो मानो सहम सी गई थी मैं
ये क्या ..
कौन है ये एक डरी सी
सहमी सी लड़की
मानो छिप रही हो किसी से
पर किस्से..??
खुद से या फिर इस निर्मोही समाज से
इस मतलब की दुनिया
जहां अपने स्वार्थ के लिए
किसी की बलि दे दी जाती है
और फिर उसे किस्मत का नाम से दिया जाता
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आओ मोहब्बत में इतना ढिट हो जाए
हर रोज लड़े ,हर रोज मनाएं
ना तुम बाज़ आओ
ना हम बाज़ आए....-
दिल..
दिल तो हर जगह से टूटा है मेरा__
दिल के हर कोने हर दरवाजे में छेद है..
पर कोई तो हो झाक कर अन्दर आने में दिलचस्पी रखे
झाक कर बाहर जाने में नहीं...!!
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सुनो,
एक ख्वाहिश है मेरी ....🥰
एक लंबी सड़क ____
हल्की सी बारिश🌧️🌦️
बहुत सारी बातें ...🗣️
और बस मैं और तुम..!!-
तेरी खामोशी अगर तेरी मजबूरी है
तो....
रहने दे मेरी जान ये इश्क़ कौन सा जरूरी है..--)-
ऐसा करते है कि ,
अब हम इश्क़ को इश्क़ से मिलाते है ..!
किसी एक शाम ,
हम आपको अपने घर चाय पर बुलाते है..!!!!-
कॉलेज खुले या ना खुले ,
मगर तेरी यादों का कमरा__
रोज खुलता है मेरे जहन में...!!-
सबको जाने दो तारों के शहर में ,✨✨
तुम मेरे साथ नुक्कड़ पर चाय पीने चलना !!
☕☕-
सुनो ना....
इन सर्दियों में जरा ख्याल रखना❤️
माना कि जिंदगी तुम्हारी ___
पर जान तो हमारी है ना अब...-
सुनो ना...
तुम महज बहाना ढूंढ लेना हमसे मुलाकात करने का__
हम उसे दुनिया के सामने इत्तेफाक साबित कर देंगे !!-