शुक्र हैं कोई समझ नहीं पाता लफ़्ज़ों में छुपे अर्थ कोवरना सवालों की झड़ी लग जाती बढ़ाने उस दर्द को - S.AR.
शुक्र हैं कोई समझ नहीं पाता लफ़्ज़ों में छुपे अर्थ कोवरना सवालों की झड़ी लग जाती बढ़ाने उस दर्द को
- S.AR.