कश्मकश ये जिंदगी की,
तूफान रोज नया लाएगी।।
रोज लड़कर रोज संभलना,
रोते रोते ही सुबह हो जाएगी।।
आसान तो नहीं यूं छोड़ देना,
याद तो तेरी बहुत आएगी ।।
नई जिंदगी,नया संसार,
न जाने क्या मायने समझाएगी।।-
कैसी ये जिंदगी का फसाना हो गया,
जो अपना था सदा से वो बेगाना हो गया।।
सोचा न था कभी की इतना रुलाएगा,
इस दर्द से दिल यूं भर आएगा ।।
छोड़कर घर बचपन भुलाना होगा,
हर पल अब अन्त सा गुजारना होगा ।।
काटें सी चुभन,मन में जैसे टीस है,
माने न मन मेरा कैसी ये रीत है ।।
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इतनी सरल सुंदर साधारण,
अपने हर किरदार में शिक्षा जैसी।।
इतनी शीतल कोमल मधुर,
अपने हर व्यवहार में विद्या जैसी।।
इतनी प्यारी चंचल अनुपम,
अपनी हर सीख में अनमोल सहारे जैसी।।
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हर पन्ने में तेरा ही नाम आया।।
कहीं तू सुबह सा सुनहरा,कहीं ढलती शाम,
जिक्र जब हुआ खुशियों का,पन्ने पर बस तू छाया।।-
मोहब्बत का सफर,
तुम हो तो मैं हूं, गर तुम साथ हो तो मैं खुश।।
से लेकर,
तुम नहीं तो मैं नहीं, पर हां तुम खुश तो मैं खुश।।-
मेरे अंदर का शोर,मुझे चुप रहने नहीं देता,
बाहर की दुनिया में,कोई कुछ कहने नहीं देता।।
दम घुटता है,इस अपनो से भरी गैर दुनिया में,
जिया हमसे जाता नही, कोई हमे मरने भी नही देता।।-
तो क्या जो रिश्ते को नाम न मिले,
तो क्या जो मोहब्बत को मुकाम न मिले ।।
मोहब्बत कम तो नहीं होती दूर जाने से,
रूह तो एक है,तो क्या अगर नाम न मिले ।।
निभायेंगे इसे सदा,चाहे रहें कहीं भी,
ये तो एहसास है,फिर साथ मिले न मिले ।।-
दूर होता दिखे जब अपना कोई,
चाहकर भी जब कोई जोर न चले ।।
रास्ता नजर न आए जब कोई,
दिन का सूरज भी रात सा लगे ।।
समझे न तेरी परेशानी कोई,
दूर तक भी उम्मीद कि किरण न दिखे ।।
नूर छिन जाए जब तेरा,
तेरी आवाज को कोई मुकाम न मिले ।।
छुप जाना तब तू भी कहीं,
जब तक तुझे तेरी पहचान न मिले ।।-
न जाने मेरी मोहब्बत में कमी थी ,
या कोई गलती हो गई अनजाने ही ।।
जीवन का मकसद ही था जिसकी खुशी,
आज कैसे तकलीफ बन गई उसकी ।।-
Some friends just increase the count,
But few are the true ones ..
Your bad time suffles the count,
And gifts you only deserving one...
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