Shivam Vishwakarma   (एकलव्य विश्वकर्मा)
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Joined 1 October 2017


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Joined 1 October 2017
12 FEB 2020 AT 5:37

मां में अब से तेरे लिए कुछ करना चाहता हूं,
मेरे लिए जो देखे थे ख्वाब तूने,
में उन्हें पुरा करना चाहता हूं,
मां अब से में तेरे लिए जीना चाहता हूं ।

मां तूने हर दुख को अपने आंचल ने लिया है,
और अपने सारे सुखो को मुझे दिया है,
थोड़ा सा तेरे कर्ज को तेरे को तेरे सिर से में भी उतारना चाहता हूं,
मां में अब से तेरे लिए जीना चाहता हूं ।

ये लोग ही सिर्फ पूछते है के तूने कितना कमाया है
लेकिन मां सिर्फ तूने ही तो मुझसे पूछा हैं,
बेटा आज तूने खाना खाया है?
मां तेरी दुनिया को खुशियों से भरना चाहता हूं,
अब दूसरो के लिए नहीं बस तेरे लिए जीना चाहता हूं,
मां में तेरे लिए कुछ करना चाहता,
मां में तेरे लिए कुछ करना चाहता।

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7 FEB 2020 AT 10:57

SHE CALLS IT LOVE

It's visible in her eyes
Anyone can spot it from a distance
She claims it's the best feeling
A special kind of feeling
That has ever happened to her

People fall in love...
And for her it wasn't an exception
Ever since that fateful day
Her love life changed
And a new chapter was opened

She's been walking alone
No one else by her side
Now she walks with him
With her head held so high
Proud to be in love
Shs calls it magic
She calls it love...

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5 FEB 2020 AT 11:55

यू तो हर रोज़ पी कर बेहेक जाता हूं में,
ए शराब बस तेरे सहारे ही तो सारे दर्द छुपता हूं में ।

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5 FEB 2020 AT 11:40

खुद अपनी हालत का एहसास नहीं इस वक़्त मुझे,
मैने तो बस दूसरो से सुना है के परेशान हूं में। ।

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22 NOV 2018 AT 13:02

सीखा दी बेवफाई तुम्हे भी इस ज़माने ने,
के तुम जो सीख लेते हो मुझ पर ही आजमाते हो। ।

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17 NOV 2018 AT 14:10

तू लौट आ वापस ,

तू लौट आ तेरे किए वादों की सौगात लिए बैठा हूं,
तेरे साथ बिताए हर लम्हों के जज्बात दिल में दबाए बैठा हूं,
अगर प्यार मेरा सच्चा था तो में क्यों बहाऊ आंसू,
में तो तेरी यादें और तन्हाई के नाम पर जाम लगाए बैठा हूं,
दो चार जाम ही तो पिए थे अभी,
अभी तो पूरा मेखना बाकी है
मुझ सा कोई और ना चाहेगा तुझे
ये समझना मेरा बाकी था। ।

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22 OCT 2018 AT 12:12

तुझे खोकर भी क्या खोया, तुझे पाकर भी क्या पा लेता,
बेवफ़ाई की बू थी बर्तनों में सहाब आखिर कैसे घर में चला लेता

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17 OCT 2018 AT 20:49

मांग लूंगा खुदा से एक दिन तेरा साथ,
परेशान सा हो गया हूं तेरी एक तस्वीर देख देख के। ।

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29 SEP 2018 AT 17:27

तुझसे दूर रहकर मुझे दूरी के एहसास भी है,
तेरे बिना गुजारे हर एक दिन में तेरी कमी का एहसास भी है,
लोग तो हज़ारों मिले थे इस ज़िन्दगी के सफर में,
पर एक तेरा मेरे पास ना होने का दर्द इस दिल में आज भी है । । ।

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27 SEP 2018 AT 19:05

मेरी ख्वाइशे की आवाज़े कुछ धीमी सी लगी,
जब मेरी ज़रुरतो ने उची आवाज़ में बात करी।

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