सच है, विपत्ति जब आती है।
कायर को ही दहलाती है।।
सुरमा नहीं विचलित होते।
पल एक नहीं धीरज खोते।।
संकट का चरण न गहते है।
जो आ पड़ता सब सहते है।।-
"मुझे क्या हक है
मैं किसी को मतलबी कहूं !!
"मैं खुद रब को मुसीबत में याद करता हूं !..-
परेशानी से जो अनुभव और जो सिख मिलती है ,
वो सिख दुनिया का कोई भी स्कूल नहीं दे सकता !!-
अपनी हालत का खुद एहसास नहीं है मुझ को
मैं ने औरों से सुना है की परेशान हूं मैं-
🥹💔🥀
जिंदगी अब और बर्बाद नहीं कर सकते
तेरे जाने का अब और मलाल नहीं कर सकते
मुझपे घर की भी जिम्मेदारियां है यार
हम तो मजनू जैसा भी हाल नहीं कर सकते-
।। दिसंबर बिखर गया जनवरी के स्वागत में ।।
फरवरी जान ले ही लेगी एक तरफा चाहत में ।।
मेरे अल्फ़ाज़ ✍️-
एक रात एक बात लिखेंगे ...
हर कोई पढ़ सके इतना साफ लिखेंगे ...
कोई, ऐसी बात नहीं अपने अरमान लिखेंगे...
हसीन आलम नहीं ,अपने हालात लिखेंगे ...
बहुत शिकायत है तुझसे ऐ जिंदगी...
अब तेरे बारे में एक किताब लिखेंगे ...
लिखते लिखते खत्म ना हो यह जिंदगी...
एक ही शब्द में पूरी कायनात लिखेंगे...!!-
समय की अपनी योजनाएं होती है ,
हमेशा इंसान ही गलती नहीं करता !
✍️ Shivam Rawat-
❤️🥀🥹🔐
उदास कर देती हैं हर रोज ये शाम
ऐसा लगता है कोई भूल रहा है धीरे धीरे....-