क्य आप सब भी ऐसा करना चाहते हो❓
👇
एक दिन घुमा दूंगा घड़ी की सुई को एंटी-क्लॉकवाइज़ और जाऊंगा वक़्त में वापस और जमीन से उठाकर वो सभी घी से चुपड़ी रोटियां फिर से चाय में डुबाकर खाऊंगा...
जाऊँगा वापस जहां मैं अपनी बैटिंग करके भाग गया था और कराऊंगा बचे हुए ओवर उस दोस्त को, जो ट्यूशन बंक करके खेलने आया था!
एक दिन घुस जाऊँगा मम्मी-पापा वाले कमरे में, जहाँ दिन भर काम करने के बाद मम्मी अपने ही पैर, अपने हाथ से दबा रही होगी.. सॉरी बोलूँगा और रात भर उनके पैरों की मालिश करूंगा!
और पापा के पर्स में चोरी वाले दस रुपये वापस रखकर देखूंगा कि उसमे मेरे पर खर्च की जाने वाली कितनी नोटें थी जब मेरे कहने पर उन्होंने मेरे टॉप क्लास स्कूल और ट्यूशन की फीस दी थी।
गांव का नया मकान तोडकर उठाऊंगा वो लाल वाली ईंटें और बनाऊंगा वो पुराना वाला गांव का घर,
जिसका आँगन कच्चा था और हर कमरे में पर्दे थे दरवाज़े नहीं।
उस आंगन को खोदूंगा और निकाल दूंगा उन सभी चीटियों को जिन्हें मैंने खेल-खेल में मिटटी में दबा दिया था!
और फिर जाऊँगा... गंगा नदी के किनारे जहां कोई हाथ में मेरा दिया गुलाब आज भी लेकर खड़ी है इस अफ़सोस में कि उसे मुझसे कभी नहीं मिलना चाहिए था!😊
-