जो खरोंचता हूँ अब भी उन दीवारों को,उस पिंजरे की याद जहन में फिर से घर कर जाती है। - Mr. Bond√√
जो खरोंचता हूँ अब भी उन दीवारों को,उस पिंजरे की याद जहन में फिर से घर कर जाती है।
- Mr. Bond√√