"A festival full of sweet childhood memories,
a sky full of fireworks,
a Mouth full of sweets,
a House full of diyas and
a heart full of joy"
May this Diwali,
Endow you with opulence and prosperity
Happiness comes at your steps
Wishing you all a very Happy Diwali-
ऐसे शब्दों को कागज पर सजाय लिखता हूँ
किसके मन में क्... read more
बेफ़िक्री
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मेरी नाराज़गी का खयाल नहीं कोई
हर बात मेरी वैसी ही, मंजूर है उसे
मैं नज़र न करूं तो, कोई फिक्र नहीं
नज़र जो मिले, वो सब भूल जाता है-
ज़न्नत
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साफ यादें लिए है एक धुंधली तस्वीर
सब एक हैं जहां राजा रंक या फ़कीर
इसे जीने के लिए चंद साल कुछ नहीं
मैं उम्रें गुज़ार दूँ जो दे इज़ाज़त तक़दीर-
बाँके बिहारी
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आया मैं शरण तिहारी, तोड़ माया जंजाल
हो जाऊँ बस तेरा, कर कुछ ऐसा कमाल
लाज राखी सबकी, कृपा मुझपे भी करदे
ओ मोरे बाँके बिहारी, मोरे गिरधर गोपाल-
फ़ितूर
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हो रहे हैं मसअले मशहूर फालतू के
सड़कों में रह गए पयःपूर फालतू के
"चलो इत्तला दें प्रधान ठीक करेगा"
हैं पाल रखे हमने ये फ़ितूर फालतू के-
नवोदयन यारी
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गर दुनिया में न कोई Joyce Hall हुआ होता
न तब मित्रता दिवस का सवाल हुआ होता
आज मनाते जरूर लोग मित्रता दिवस मगर
यह दिन हमारी दोस्ती की मिसाल हुआ होता-
बख़्शीश
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भले नफ़रत मुझे तेरी हजार बख़्श दे
मग़र साथ तेरे प्यार का ख़ुमार बख़्श दे
मेरी गुस्ताख़ी की सजा गर तू है जाना
तो ख़ुदा ये सज़ा मुझे हर बार बख़्श दे-
इश्क़ का जुआँ
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ये बात राज़ ही रखना उस रात क्या हुआ
के रोके न रुकेगा फिर मोहब्बत का धुआँ
यहाँ बाजी तुम्हारी जरा खेलना संभलकर
यह खेल इश्क़ का है दो दिलों का जुआँ-
मसअला
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मैं निहारता रहा कुछ ऐसा मसअला हुआ
नज़रों से मेरी जब मेरा इश्क़ अता हुआ
कब प्राणशक्ति दोनों की एक हो गई
न मुझे ख़बर हुई और न उसे पता हुआ-
पैर की धूल
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धूल पैरों की आसमां में ऊँची उड़ रही थी
था गुमान के तूफां उसका हमसफर हुआ
बैठी है मुँह छिपाकर देखो बारिश के बाद
टूटकर उसका गुरुर चूर इस कदर हुआ-