Shivalika Arya   (" Shiv. alika. "_ ✍✍✍...)
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Joined 10 March 2019


Joined 10 March 2019
4 MAY AT 15:42

वही शाम वही सुबह
मेरी जगह मैं तुम्हारी जगह तुम
एक लंबा सफर और खाली से हम
पर ये खाली होना बिल्कुल बुरा नहीं है
न सफर का और न ही तुम्हारा
क्योंकि यही पसंदीदा सफर है ।

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2 MAY AT 20:19

बदल जाओ
वक्त रुकता नहीं हैं
जिंदगी बीती जा रही हैं।

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22 DEC 2021 AT 9:29

जब
रौशनी गुम रहती है
तब भीतर झाँका जाना निश्चित हो जाता है !

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13 DEC 2021 AT 10:32

मुझे खो जाना था अपनी बनाई दुनिया में तुम्हारे साथ
और बो शख़्स जिसे मैंने बनाया था तुम्हें वो हो जाना था
पहला सपर्श आँखों का होना था और शव्दों ने भी साथ देना था
सांसो में सांस का घुलना था और चुप हो जाना था
उस स्पर्श में तर्क वितर्क की मृत्यु हो जानि थी
और निश्चित ही नया जन्म हो जाना था ।

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9 MAY 2021 AT 18:53

हमारे बीच जो सबसे अंत में बचेगा
वह अंत तक बचा रहेगा ।

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7 MAY 2021 AT 10:29

When circumstances change
When the possibilities will flourish
When we want to fly
When the boundaries are broken
When there are endless journeys from north to south
When you can think as much as the sky
When you will be your own creator
When you break your assumptions
When you allow yourself to join everyone
And when you find yourself immersed in love .

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6 MAY 2021 AT 21:10

मैं अपने रास्ते पर लौट आई
कुछ पुराना सा दिखा
स्मृतियों कि तरह
पता नहीं क्या था
बस था
जो था वो दिखा
कुछ ग़ैर जरूरी चीजों की तरह
पड़ा था किसी कोने में पलंग कि तरह
शायद मेरी तरह
वही चेहरा
वही आंखे
वही ग़ुरूर
वही सब कुछ
पर अंदर कि सब चीखें शांत पड़ी थी
मृत्य की तरह
एक चीख ने दवी आवज़ में पूछा
कहां थी तुम
अब क्यों लौटी हो
इस से पहले कि कुछ कह पाती
उस चीख़ ने भी दम तोड़ दिया
अब सब शांत
सन्नाटे कि तरह
अब घड़ी की टिक टिक भी
बहुत बड़ी घटना है।

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5 MAY 2021 AT 22:34

एक का मरना मौत हो सकती है ,
और लाखों का मरना आंकड़ा
जिस में अनगिनत हत्यायें होती हैं ,
और हर दर्शक हत्यारा ।

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5 MAY 2021 AT 21:53

वो जब भी आया
हर बार चला गया
मैंने रोका नहीं
तो चला गया
उसे जाना ही था
वो चला गया
वो क्यों आया था ?
वो क्यों चला गया ?

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5 MAY 2021 AT 3:35

चाहे एक हिस्सा मिल जाए
चाहे निवाला मिल जाए
चाहे तो एक विस्तर भी मिल जाए
चाहे तो जो मांगें सब मिल जाए

बस ये आराम नहीं मिलता।

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