24 OCT 2018 AT 13:27

चारु चंद्र की चंचल किरणें, खेल रही है जल थल में,

स्वच्छ चांदनी बिछी हुई है अवनी और अंबर्तल में,

पुलक प्रकट करती है धरती, हरित तरनों की नोकों से,

मानों झिम रहे हैं तरू भी, मंद पवन के झोंकों से।।

Shubh Sharad Purnima☀️

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