ये सब कुछ कभी अपना तो कभी होना पराया है
किसने किसका कितना छीना किसका किसने कितना बेचा, यही सब तो अब माया है
अब तो सच में लगता मुझको जीवन में कितना कुछ अर्जित अर्जित अंत में कुछ न बच पाया है।।
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मुझे तो भोले तेरे नाम का नशा है,
ये नशा मुझे तब से हुआ ह... read more
चोट जरा सी आई है,
छलनी हुआ कई बार हृदय
आज देह की शामत आई है।
यह धैर्य धैर्य रखा नही जाता अब और,
जाने कौन कयामत आई है।
पल पल लगता कटना मुश्किल
हम ही जानें कैसे रात बिताई है।।-
मिलने जैसा प्यार न मिला
समझ सके जो हमको ऐसा यार न मिला,
खुश हैं फिर भी अपनेपन में ही सदा,
गले पड़ने वाला कांटो का हार न मिला।।😂-
तो कभी लिख देते हैं अपूर्ण ख्वाब,
कभी उलझे रहते है जीवन के प्रश्नों में
तो कभी खोजते है इनके जवाब।
जाने क्यों अक्सर लोग फिर भी
समझते है हमको नवाब।।-
कोऽपिकिमपीच्छतिचेत् सर्वंदातुंशक्नोम्यहं।
असत्यं न वक्तुमिच्छामि नैव श्रोतुंशक्नोम्यहं।।
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विश्वास के कंधे पर रख कर बंदूक,
खोजने निकले हो धनागार संदूक।
दो पल की यारी, दोस्ती चीज है क्या,
खून के रिश्ते भी अक्सर जातें है टूट।।-
यूँ ही नही भूल पा रहा उसे,
उस जैसा कोई हो नही सकता।
स्वप्नों में ही सही है तो,
मै उन यांदो को खो नही सकता।।-
इस दिल की फरमाइशें भी कम नहीं,
दिल तो अश्कों से भरा है लेकिन आंखे नम नही।
दरकिनार कर देता हूँ अपनी ख़्वाईसो को,
अगर पूरी ना हो तो भी कोई गम नही।-
समय ने बेशक लगाएं कई दाग़ और दोष,
लेकिन सखा है, रहेंगे सदा मित्र और दोस्त,
कौन जाने परिस्थितियों ने कितना छला है,
हम तो सदा मानेंगे आपको प्रेरणा स्रोत।-