इसी लिए तो तुझे
दुनिया से छुपाती हूं
कांटा ना चुभे राहों में
तभी तो पलकें बिछाती हूं
बुरी संगति ना घेरे तुझको
तभी तो दिन रैन तुझसे बतियाती हूं
मां हूं तेरी मेरी लाडली
मां होने का फ़र्ज़ निभाती हूं-
"जो भी हूं, जैसी भी हूं, खुद के लिए बेमिसाल हूं!"
#मधुशिल्पी
#नज़रियामेरेदिलका