मेरी आंखों को शिकायत है तुमसे,
नजर आने में बड़ा वक़्त लगाते हो...-
#अयोध्या_वासी
तुम्हारा याद आना भी कमाल का होता हैं,
कभी आकर तो देखो हमारा क्या हाल होता हैं...!!-
कागज कलम मैं तकिये के पास रखती हूं
दिन में वक़्त नहीं मिलता, मैं जज़्बात रात में लिखती हूं
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मैं अपने अल्फाजों में लिखूंगी तुम्हें
तुम अपने एहसासों में पढ़ना मुझे
मैं हर दफा हर बात कहूंगी तुम्हें
तुम धड़कनों में यूं ही सुनना मुझे...!!-
ये मेरे दिल की खामोशी हैं, शोर तो ज़माने में हैं,
जो सुकून तेरी इबादत में हैं, वो कहां किसी को पाने में हैं...-
मैं देख लूं खुद को तुम्हारी आंखों में,
एक खूबसूरत दर्पण जैसे हो तुम...-
पढ़ तो लूं मैं आंखें भी तुम्हारी,
पर तुम्हारी जुबान से सुनना अच्छा लगता हैं...-
हर वक्त मेरे पास नहीं होते हो तुम,
पर फिर भी हर वक्त मुझे महसूस होते हो तुम...-
तुझे दिल में सहज कर रखा है,
तू आंखों में तुझे दिख जाता है..!
तुझे ख्यालों में रोजाना राख है,
तू मेरी मुस्कुराहटों में दिख जाता है..!
चेहरा देखने जाती हूं मैं खुद का,
मुझे आईने में तेरा अक्स दिख जाता है..!!-