प्रेम द्वारा भेजे गये पत्र सँभाल कर रखे गये, केवल, पत्र नहीं प्रेम सँभाल कर रखा गया प्रेम में बंधे शब्द, शब्द से बने वाक्य, वाक्यों को पढ़ कर प्रेम में गिरे अश्रु सँभाल कर रखा गया तत्पश्चात आधुनिकता की खटखटाहट से डिलीट कर दिया गया प्रेम।
साल भर के फासले चलो आज कुर्बत में बीता लेते है ये दिसम्बर की आख़िरी रात एक साथ मुकम्मल कर लेते है मैं नींद मुकम्मल ले आऊ तुम ख्वाब मुकम्मल ले आना और ये आख़िरी रात चलो एक साथ मुकम्मल कर लेते है