Paid Content
-
मेरी दुनिया में जो इतनी शोहरत है,
मेरी माता... read more
अब खुल जाए,
तो ही बेहतर है।
क्योंकि दिल के दर्द
का तड़प कुछ ऐसी है,
कि अब मौत भी दस्तक देगी
तो कबूल है मुझे।-
हां वो शख्स, आम नही बहुत खास है,
तभी तो दूरियां इतनी है, फिर भी दिल के पास है।
कैसे बयां करूं हाल-ए-दिल अपना,
क्यों की ये महज इश्क नहीं एक एहसास है।
मोहब्बत कितनी है यह तुम तय कर लेना,
एक तरफा ही सही, लेकिन इश्क जितना भी है बेहिसाब है।-
जब टूट कर हम तुमको चाहने लगे,
मन ही मन तुमको अपना बनाने लगे,
ना जाने क्यू, अब तुमको हम बेगाने लगे।
जो कर लेते थे हम पर आंख बंद करके भरोसा,
न जाने क्यू, अब छोटी-छोटी बातों में वो आजमाने लगे।
तूने तो थामा था हाथ मेरा ज़िन्दगी भर के लिए,
न जाने क्यू, तुम हाथों में मेहंदी किसी और की लगाने लगे।
तैयार था में, तेरी मांग में सिंदूर भरने को,
और सारे रीति-रिवाजों को निभाने के लिए,
न जाने क्यू, तुम वो सात फेरे किसी और के साथ लगाने लगे।-
दर्द ऐसा दिया की,
गम में भी हम मुस्कुराने लगे।
लेकिन यकीन मानो,
मुस्कुराने में मुझे जमाने लगे।-
चाय एक बुनियाद है दो रिश्तो को मिलाने की,
चाय एक जज्बात है, किसी को अपना बनाने की।
कभी बिना चीनी और अदरक वाली,
तो कभी इलायची या यू कहे की बस आपके हाथ वाली।-
तुमको देखने से फुर्सत हो,
तो किसी और को देखेंगे हम।
लेकिन तुम दिल में, धड़कन में,
सांसों में, हर जर्रे में,
हर किस्सों में, हर जगह हो तुम।
अब बताओ भला,
किसी और को कैसे देखेंगे हम।-
सब जानते हुए भी,
वक्त बे वक्त आ जाती है उनकी याद।
मांगता कुछ नहीं,
बस करता हूं रब से यही फरियाद।
वो मेरी ना हो सकी वो अलग बात है,
जिसके भी साथ है, खुदा तुम रखना उसको आबाद।-
तन्हाइयों में जाकर जिंदगी को नहीं खोना है।
दुख-दर्द, गिले-शिकवे मिलते है तन्हाई में,
लेकिन तन्हाइयों में आकर,
किसी के लिए अब नही रोना है।-