बिखरे बिखरे से रास्तों से मुसाफ़िर जब गुज़रता है हर मोड़ पे कोई लम्हा जाने क्यों ठहर जाता है शहला जावेद -
बिखरे बिखरे से रास्तों से मुसाफ़िर जब गुज़रता है हर मोड़ पे कोई लम्हा जाने क्यों ठहर जाता है शहला जावेद
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फ़ुर्सतों का शहर हो या हो शहर की फ़ुर्सतहमें सब अज़ीज़ ग़र हो नसीब तेरी क़ुर्बतशहला जावेद -
फ़ुर्सतों का शहर हो या हो शहर की फ़ुर्सतहमें सब अज़ीज़ ग़र हो नसीब तेरी क़ुर्बतशहला जावेद
वो शब्द जो अलकों और पलकों से कहे जाते उन्हें थाम लेना तुम की वो फिर अधरों पे नहीं आते शहला जावेद -
वो शब्द जो अलकों और पलकों से कहे जाते उन्हें थाम लेना तुम की वो फिर अधरों पे नहीं आते शहला जावेद
दोबारा उन ज़हमतों को गवारा करते हैं चलो एक बार फिर उनसे मशवरा करते हैंशहला जावेद -
दोबारा उन ज़हमतों को गवारा करते हैं चलो एक बार फिर उनसे मशवरा करते हैंशहला जावेद
बाद शनासाई के भी थी इस क़दर अंजान वो आँखें के ढा गई क़यामत किस क़दर नादान वो आँखें शहला जावेद -
बाद शनासाई के भी थी इस क़दर अंजान वो आँखें के ढा गई क़यामत किस क़दर नादान वो आँखें शहला जावेद
चौखट पर दिल की ख़्वाहिशों की दस्तक खुला न दरवाज़ा ख्वाहिशें मर गईं सिर पटक शहला जावेद -
चौखट पर दिल की ख़्वाहिशों की दस्तक खुला न दरवाज़ा ख्वाहिशें मर गईं सिर पटक शहला जावेद
अगरचे हारने नहीं देते सुकून को हम मगर जाने क्यों बेचैनियाँ जीत जाती हैं शहला जावेद -
अगरचे हारने नहीं देते सुकून को हम मगर जाने क्यों बेचैनियाँ जीत जाती हैं शहला जावेद
चेहरे पर मुस्कान सदा रख नादान आज सुबह मिली है क्या पता कल मिले ना शाम शहला जावेद -
चेहरे पर मुस्कान सदा रख नादान आज सुबह मिली है क्या पता कल मिले ना शाम शहला जावेद
दर्द हद से बढ़ाकर वो दिल की दवा दे गयेवो जो कहते थे सदा तल्ख़ आज जाने क्यों दुआ दे गयेशहला जावेद -
दर्द हद से बढ़ाकर वो दिल की दवा दे गयेवो जो कहते थे सदा तल्ख़ आज जाने क्यों दुआ दे गयेशहला जावेद
यूँ तो दिल पर चढ़ता नहीं था कोई रंग तेरा मगर इस मौसम में रंगरेज़ और ही है रंग तेरा शहला जावेद -
यूँ तो दिल पर चढ़ता नहीं था कोई रंग तेरा मगर इस मौसम में रंगरेज़ और ही है रंग तेरा शहला जावेद